सुपौल : महंगाई से जहां व्यवसायी वर्ग त्रस्त हैं. वहीं आम जन भी बेबस व लाचार दिख रहे हैं. कोसी का इलाका कृषि के लिए जाना जाता रहा है. ऐसे में एक तरफ जहां प्राकृतिक मार झेलने को विवश है. वहीं सरकार की दिशाहीन रवैया, जिसके कारण महंगाई में निरंतर बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. त्योहारों का मौसम जारी है.
जिले भर के लोग परंपरा अनुरूप त्योहार को मनाने में जुटे हैं, लेकिन आर्थिक तंगी भी लोगों को सता रही है. बीते छह माह पूर्व लोगों के सामने यह सच सामने नहीं आया था कि इस बार उन्हें महंगाई की मार का सामना करना पड़ेगा. ज्ञात हो कि पिछले वर्ष की भांति इस माह अधिकांश सामग्रियों की कीमत में चार से छह गुना की बढ़ोतरी देखी जा रही है.
इस महंगाई के कारण लोग त्रस्त व लाचार हैं. बावजूद इसके लोग परंपरा के निर्वहन में लगे हैं.कहते हैं आम जनमहंगाई को लेकर लोगों ने बताया कि नवरात्र का त्योहार जारी है. त्योहार के दौरान अधिकांश घरों में उपवास किये जाने की परंपरा रही है. ऐसे में लोग नियम निष्ठा पूर्वक शाकाहारी सामग्रियों को प्राथमिकता देते हैं. वर्तमान समय में खाद्यान्न से लेकर फल सहित अन्य सामग्रियों में हुई बढ़ोतरी से सभी परिवारों का आर्थिक बजट बिगड़ रहा है.
कई गृहिणियों ने बताया कि वे अपने बच्चों को त्योहार के मौके पर प्रत्येक वर्ष नये वस्त्रों की खरीदारी करती थीं, लेकिन भोजन सामग्रियों की दर में हुई बढ़ोतरी के कारण किसी तरह से त्योहार मनाने को विवश हैं.व्यवसायी वर्ग भी परेशान कोसी इलाके में सुपौल को काफी पिछड़ा जिला माना जाता है.
इस जिले में न तो उद्योग लगाया गये हैं और न ही कृषि की दिशा में किसी प्रकार की पहल की जा रही है. इस कारण छोटे – छोटे व्यवसायी पूंजी अनुरूप सामग्री मंगा कर जिलेवासियों सहित अपनी जीविका चलाते हैं. एकाएक सभी घरेलू सामग्रियों में अप्रत्याशित वृद्धि हो जाने से व्यवसायी वर्ग हलकान हैं. कई व्यवसायियों ने बताया कि पहले जो परिवार एक किलो सब्जी व फलों की खरीदारी करते थे.
महंगाई को देख उन लोगों द्वारा आधा किलो व पाव भर खरीद किया जा रहा है. इस कारण उनके व्यवसाय पर खासा असर पड़ रहा है. बाजार में छह माह पूर्व व वर्तमान में सामग्रियों की कीमत इस प्रकार का है.
फल पूर्व में वर्तमान दरकेला 8-10 15-25सेब 60-80 80-100अनार 90-110 120-140खीरा 15-20 30-40सब्जी की स्थितिबैगन 10-12 20-24टमाटर 20- 25 40-60कद्दू 08-10 30-40करैला 10-15 35-40हरि मिर्च 20-25 40-60खाद्यान्नचावल 12- 50 25-80चनादाल 45-48 75-80मसूर 60 110मूंग 50 120मसाला की स्थितिधनिया 90 140मिर्च 80 130हल्दी 100 160जीरा 140 200कहते हैं विक्रेता मुख्यालय स्थित विक्रेता अजय कुमार, देव नारायण मंडल आदि ने बताया कि त्योहार को लेकर उन्होंने केला का स्टॉक किया था.
महंगाई के कारण त्योहार के मौके पर पूर्व वर्ष की भांति उनके केला की बिक्री इस वर्ष फीकी रही है. बताया कि पूर्व में आठ से दस रुपये दर्जन की दर से केला की बिक्री हो रही थी. इसे लेकर उन्होंने केला का स्टॉक कर रखा था, लेकिन महंगाई के कारण त्योहार के मौके पर सभी फलों की बिक्री सामान्य ही रही है.
सब्जी विक्रेता श्याम देव ने बताया कि पहले आम लोगों को प्याज ने रूलाया और अब सब्जियों की कीमत. बताया कि जिला मुख्यालय में स्थानीय किसानों द्वारा सब्जी उपलब्ध करायी जाती है. किसानों को इस बार प्राकृतिक मार झेलनी पड़ी है. इस कारण मांग के अनुरूप बाजार में सब्जी उपलब्ध नहीं हो रही है. किसानों ने लागत के अनुरूप सब्जियों की दर तय किये हैं. इस कारण सब्जियों के भाव में इस प्रकार की वृद्धि देखी जा रही है.