राजकुमार के परिजनों ने सराय थानाध्यक्ष पर लगाया आरोप प्रभात फॉलोअपपहले तो मामला दर्ज करने से किया इनकार, फिर शव बरामद होने पर परिजनों को नहीं दी सूचना परिजनों के मुताबिक शव काे ठिकाना लगाना चाहते थे थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष ने परिजनों पर कार्रवाई के लिए नगर थाने में दिया आवेदन राजकुमार के मोबाइल से खुल सकते हैं कई राज 20 सितंबर को घर से अपने दोस्त के साथ निकला था राजकुमार फोटो- 12 एसपी सीवान सीवान. सराय थाने के समीप एसकेजी शुगर मिल के पीछे से बुधवार को बरामद शव कुख्यात राजकुमार सिंह का ही है. यह बात लगभग स्पष्ट हो चुकी है. राजकुमार के परिजनों के मुताबिक बरामद शव उसका ही है. उसकी पहचान पैंट, शर्ट, बेल्ट व पॉकेट से बरामद पर्स के आधार पर की गयी है. 20 सितंबर की शाम अपने एक दोस्त के साथ घर से जाते वक्त उसने यहीं कपड़े पहन रखे थे. दूसरी तरफ पुलिस ने बरामद शव को फोरेंसिक जांच के लिए पटना भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक और परिजनों के बयान के आधार पर शव राजकुमार का ही बताया जा रहा है. उसकी हत्या व उसकी स्पष्ट पहचान फोरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही तकनीकी रूप से स्पष्ट हो सकेगी. थानाध्यक्ष ने परिजनों पर कार्रवाई के लिए दिया आवेदन : सराय ओपी थानाध्यक्ष फेराज आलम ने नगर थानाध्यक्ष को एक आवेदन देकर मृत राजकुमार की भाभी, चाची, बहन, और मीरगंज थाना निवासी फुफेरे भाई पर कार्रवाई का अनुरोध किया है. थानाध्यक्ष के मुताबिक स्थानीय लोगों की सूचना पर जब वे पुलिस बल के साथ शव को कब्जे में लेने पहुंचे, तो इन लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज और बदतमीजी करते हुए शव नहीं उठाने दिया. इसके बाद नजदीकी थानों को सूचना दी गयी और उनके पहुंचने पर किसी तरह शव को कब्जे में लिया जा सका. परिजनों ने भी लगाये गंभीर आरोप : राजकुमार के परिजनों ने भी थानाध्यक्ष फेराज आलम पर गंभीर आरोप लगाये हैं. परिजनों के मुताबिक राजकुमार के गायब होने के अंदेशे पर थाने पहुंचे, तो थानाध्यक्ष ने आवेदन लेने से इनकार किया. और कहा कि अपराधी ऐसे ही चुनाव में गायब हो जाते हैं. उनका कहना था कि छपरा तक उसकी खोज करवा ली है. लेकिन वह नहीं मिला है. बुधवार की सुबह सराय थाने के पीछे से शव बरामद होने और वह राजकुमार का होने की अफवाह पर जब वे लोग पहचान के लिए घटना स्थल पर पहुंचे, तो देखा कि बड़ा बाबू बोरे में शव को जीप में लाद कर ले जा रहे हैं. हमलोगों ने अपनी तसल्ली के लिए शव दिखाने को कहा, तो उन्होंने इनकार कर दिया, जिसके बाद विरोध करने पर वे शव को दिखाने को राजी हुए. परिजनों का आरोप है कि थानाध्यक्ष शव को छुपा कर मामले को रफा-दफा करना चाहते थे. राजकुमार के संबंध में मिलने पर उनका कहना था कि कोई सूचना मिलते ही आपको बता दिया जायेगा. फिर एक शव बरामद होने पर उसे बिना सूचना चुपके से ले जाने का क्या औचित्य था. वहीं राजकुमार की भाभी गीतु देवी का कहना है कि थानाध्यक्ष बार-बार राजकुमार को खोजने घर पर आते थे और गालियां देते थे. उनके मुताबिक राजकुमार को हाजिर कराने के लिए ही बुलाया था. तभी उसका एक दोस्त साथ ले गया और वह साजिश का शिकार हो गया. परिजनों का कहना था कि राजकुमार अपराधी प्रवृत्ति का था, इससे उनका कोई इनकार नहीं है. लेकिन उसकी हत्या के संबंध में पूरी जांच होनी चाहिए और साथ ही थानाध्यक्ष पर भी कार्रवाई की जाये. शुक्रवार को वे लोग एसपी से मिल कर इसकी शिकायत करेंगे. गुरुवार को एसपी से मुलाकात नहीं हो सकी. संभवत: वह सीवान से बाहर थे. राजकुमार का मोबाइल खोल सकता है कई राज : राजकुमार अपने घर से निकला, तो उसका मोबाइल 8294714200 उसके साथ था. उसकी खोज में परिजनों ने कॉल किया, तो वह लगातार बंद मिलने लगा. घर से निकलने के पहले व उसके बाद मोबाइल के टावर लोकेशन व सीडीआर से कई राज खुल सकते हैं. क्या कहते हैं अधिकारीइस मामले की गहनता से जांच की जा रही है. घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल जारी है. थानाध्यक्ष पर आरोप का कोई आवेदन नहीं मिला है. आवेदन मिलने पर उचित जांच व कार्रवाई की जायेगी. सौरभ कुमार साह, पुलिस कप्तान, सीवान
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राजकुमार के परिजनों ने सराय थानाध्यक्ष पर लगाया आरोप
राजकुमार के परिजनों ने सराय थानाध्यक्ष पर लगाया आरोप प्रभात फॉलोअपपहले तो मामला दर्ज करने से किया इनकार, फिर शव बरामद होने पर परिजनों को नहीं दी सूचना परिजनों के मुताबिक शव काे ठिकाना लगाना चाहते थे थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष ने परिजनों पर कार्रवाई के लिए नगर थाने में दिया आवेदन राजकुमार के मोबाइल से खुल […]
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