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छात्रावास से अपहृत बालक का शव बरामद
सीवान : मैरवा थाना क्षेत्र के सुमेरपुर ढाला के समीप रेलवे ट्रैक से बरामद बालक के शव की शिनाख्त सोमवार को अपहृत छात्र संगम के रूप में हुई. धनौती ओपी थाना क्षेत्र के चनउर स्थित विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय के छात्रावास से बालक संगम के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही […]
सीवान : मैरवा थाना क्षेत्र के सुमेरपुर ढाला के समीप रेलवे ट्रैक से बरामद बालक के शव की शिनाख्त सोमवार को अपहृत छात्र संगम के रूप में हुई. धनौती ओपी थाना क्षेत्र के चनउर स्थित विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय के छात्रावास से बालक संगम के अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही थी.
इस घटना में विद्यालय के प्रबंधक विलास गिरि को ही परिजनों ने आरोपित किया है. गुठनी थाना क्षेत्र के पड़ौली निवासी मनोज कुमार राय का पुत्र संगम (11) विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय में कक्षा दो का छात्र था, जिसके 25 मार्च की रात से लापता होने की विद्यालय प्रबंधन ने धनौती ओपी पुलिस तथा परिजनों को सूचना दी थी.
दूसरे दिन मनोज के दादा वशिष्ठ राय ने धनौती ओपी पुलिस को आवेदन देकर अपने पोता संगम का विद्यालय के प्रबंधक को फिरौती के लिए अपहरण करने के मामले में आरोपित किया.आवेदन के आधार पर पुलिस कांड संख्या 102/15 के तहत धारा 363 में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच कर रही थी.उधर 26 मार्च की सुबह मैरवा थाने के सुमेरपुर ढाला के समीप रेलवे लाइन से एक बालक का शव पुलिस बरामद किया, जिसकी शिनाख्त न होने पर पोस्टमार्टम करा कर उसे दफना दिया गया. रविवार की देर शाम अचानक इस पूरे मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया,जब मैरवा पुलिस ने अज्ञात बालक की फोटो की पहचान के लिए धनौती ओपी को सौंपी.
संदेह के आधार पर दूसरे दिन सोमवार को धनौती ओपी व मैरवा की पुलिस ने संगम के परिजनों से फोटो की पहचान के लिए संपर्क किया. दोपहर बाद आखिरकार संदेह सच साबित हुआ. वशिष्ठ राय ने अपने पोता संगम के रूप में फोटो की पहचान करते हुए मैरवा थाने पर दहाड़ मार कर रोने लगे. उधर घटना की सूचना पाकर पुलिस के अन्य उच्चधिकारी भी मौके पर पहुंच गये. एएसपी अशोक कुमार सिंह ने मैरवा की झरही नदी के तट पर दफनाये गये शव को निकाल कर परिजनों को सौंप देने का निर्देश दिया.निर्देश के तहत पुलिस ने शव को निकाल कर परिजनों को सौंप दिया. ग्रामीणों के सहयोग से परिजनों ने बाद में झरही के तट पर ही बालक की अंत्येष्टि कर दी.
भाई-बहनों में सबसे छोटा था संगम
गुठनी थाना क्षेत्र के पड़ौली गांव निवासी मनोज राय का पुत्र संगम भाई-बहनों में सबसे छोटा व दुलारा था. उसका बड़ा भाई शुभम (13 वर्ष )आरबीटी रिपोर्ट गुठनी में छठे वर्ग का छात्र है. भाई -बहनों में बड़ी रितिका गांव के ही बालिका उच्च विद्यालय में पढ़ाई करती है. सबसे छोटा होने के कारण संगम परिवार में सबका दुलारा था. संगम के पिता दक्षिण अफ्रीका में नौकरी करते हैं. संगम के स्कूल से गायब होने की सूचना के बाद से ही परिवार का माहौल गमगीन था. परंतु उसके परिजन उसकी खोज में जुटे थे और उसके वापस आने की आशंका थी. परंतु 30 मार्च को संगम का शव मिलने के साथ ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों का रो – रो कर बुरा हाल हो गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज
मैरवा/गुठनी/सीवान : विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय के छात्र संगम के अपहरण तथा बाद में उसके शव की बरामदगी होने के बाद पुलिस की तफ्तीश तेज हो गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्या या हादसे से मौत होने को लेकर बने हुए रहस्य से परदा उठने की पुलिस को उम्मीद है.उधर विद्यालय के छात्रावास की भी एक बार फिर पुलिस जांच करने तथा छात्रावास ियों व स्टाफ से बातचीत कर जल्द ही किसी ठोस नतीजे पर पहुंचना चाहती है.
गुठनी थाने के पड़ौली निवासी मनोज कुमार राय के पुत्र संगम (11)विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय का छात्र था, जिसके 25 मार्च को छात्रावास से लापता होने के मामले में बच्चे के बाबा वशिष्ठ राय के आवेदन पर पुलिस अपहरण का मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच में जुटी थी. इस बीच 26 मार्च को मैरवा थाना क्षेत्र के सुमेरपुर ढाला के समीप रेलवे ट्रैक से एक बालक का शव बरामद हुआ था.ट्रेन से गिर कर बच्चे की मौत होने की आशंका के आधार पर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया. सोमवार की दोपहर बाद फोटो की पहचान संगम के रूप में उसके परिजनों ने की.
मौत के कारणों के तलाश में जुटी पुलिस
अब पुलिस का पूरा जोर उसकी मौत के कारणों की तलाश पर है. 26 मार्च को रेलवे ट्रैक से जिस बच्चे का शव मिला,उसका दायां पैर कटा हुआ था तथा सिर तथा शरीर के अन्य स्थान पर चोट के कोई निशान नहीं थे. ऐसे में पुलिस को आशंका हुई कि ट्रेन से गिर कर बच्चे की मौत हुई है. शव बरामद होने के चंद घंटे पूर्व ही अप आम्रपाली एक्सप्रेस उस रास्ते गुजरी थी. अब शव बरामदगी के पांचवें दिन उसकी शिनाख्त होने के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गयी है.पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.रिपोर्ट के अनुसार संगम की मौत हादसे में हुई या किसी ने हत्या कर शव को ठिकाने लगा दिया.
छात्रावास से ही खुलेगा रहस्य
विज्ञानानंद केंद्रीय विद्यालय के छात्रावास से संगम 25 मार्च को गायब हुआ तथा दूसरे दिन रेलवे ट्रैक से उसका शव मिला.अब सवाल उठता है कि संगम आखिर इस बीच कहां रहा.विद्यालय प्रबंधन बच्चे के शुरू से ही लापता होने की दलील दे रहा है.जबकि संगम के दादा वशिष्ठ ने फिरौती के लिए प्रबंधक द्वारा अपहरण करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. ऐसे में पुलिस छात्रावास को नये सिरे से खंगालने पर कामयाबी मिलने की उम्मीद जता रही है.
एएसपी अशोक कुमार सिंह कहते हैं कि संगम किन परिस्थितियों में गायब हुआ व उसकी मौत कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है.उधर छात्रावास में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं.ऐसे में पुलिस सीसीटीवी को भी खंगालेगी. जांच में विद्यालय प्रबंधक विलास गिरि तथा अन्य स्टाफ के मोबाइल का कॉल डिटेल भी पुलिस तलाशना चाहेगी. इन सबके साथ अब पुलिस पर संगम की मौत के रहस्य को जल्द-से-जल्द खोलने का दबाव है.
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