सीवान : भारतीय संविधान में आत्म रक्षा का अधिकार हर नागरिक को मिला है. चिलमरवा के गरीबों ने यदि अपनी आत्म रक्षा की है तो क्या गलत किया. चिलमरवा में अगर गरीबो ने अपनी आत्म रक्षा नहीं की होती तो शायद स्थानीय भाजपा विधायक के नेतृत्व में वहां के गरीबों का जनसंहार हो गया होता.
उक्त व्यक्तव्य माले के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाकपा माले राज्य कमेटी के सदस्य रामेश्वर प्रसाद ने गुरुवार को समाहरणालय पर भाकपा माले द्वारा आयोजित विशाल महा धरना को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहां कि राज्य सरकार अगर भूमि सुधार कानून को ठीक ढंग से लागू करती तो गरीबों को जबरन जमीन जब्त करने की आवश्यकता नही पड़ती.
श्री प्रसाद ने कहा कि चिलमरवा की घटना के बाद सुनियोजित साजिश के तहत माले व इनौस के नेताओं के नाम पर सांप्रदायिक शक्तियां फर्जी मुकदमा दर्ज करवा रही हैं. प्रशासन पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर हमारे नेताओं पर लगे फर्जी मुकदमे वापस ले.
महा धरना को संबोधित करते हुए खेमस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमरनाथ यादव ने कहा की नीतीश की सरकार ने भूमि सुधार का वादा किया था. लेकिन सामंतो के दबाव के आगे उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और जब गरीब भूमि पर अपना हक कायम करने के लिए आग बढ़ रहे है तो सांप्रदायिक व अपराधी ताकतें प्रशासन के सहयोग से गरीबोके खिलाफ साजिश कर रही है.
श्री यादव ने कहा की अगर हमारे नेताओ पर से फर्जी मुकदमा वापस नही लिया गया तो आगामी सितम्बर माह में भाकपा माले सीवान में एक बडी रैली आयोजित कर सरकार व संप्रदायिक ताकतो के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद करेगी.
महाधरना को संबोधित करते हुए जिला सचिव इंन्द्रजीत चौरसिया ने कहा कि आज की महाधरना प्रशासन के लोगो को यह बताने के लिए काफी है कि संप्रदायिक शक्तियो के खिलाफ लोगों मे कितना गुस्सा है. श्री चौरसिया ने माले नताओं पर से फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग करते हुए कहा की आगामी 25 जुलाई को भाकपा माले के द्वारा एक विशाल जनसभा आयोजित की जायेगी.
महा धरना को राज्य कमेटी के सदस्य नैमुद्दीन अंसारी, ऐपवा नेत्री साहिला गुप्ता, मालती राम, युगल किशोर ठाकुर, आइसा जिला संयोजक जय शंकर प्रसाद, खेमस के जिलाध्य देवेन्द्र राम, सुजीत सुमानी, देवेन्द्र यादव, शिवनाथ राम आदि लोगों ने संबोधित किया.