सीवान : इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2017 से संबंधित परीक्षार्थियों को अपने किसी या सभी विषय के प्राप्तांक से असंतुष्ट हैं, तो उनके लिए खुशखबरी है. उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की स्क्रूटनी की तिथि शिक्षा विभाग द्वारा घोषित कर दी गयी है. जिले में नौ से 25 जून तक सीसी कैमरे की जद में इंटर काॅपियों की स्क्रूटनी करायी जायेगी.
इसके लिए प्रधान सचिव ने जिले के डीएम व डीइओ को पत्र भेज पुनरीक्षण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है. उन्होंने डीएम को इसकी देखरेख की जिम्मेवारी दी है. साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती करने की बात कही है. प्रधान सचिव ने कहा है कि स्क्रूटनी के सफल संचालन के जिले नोडल पदाधिकारी की भी तैनाती होगी. सचिव ने वैसे परीक्षार्थी जिन्होंने किसी प्रतियोगी परीक्षा में क्वालिफाइ की है,
वैसे छात्रों की स्क्रूटनी हर हाल में 15 जून तक करा लेने का निर्देश दिया है. मालूम हो कि इंटर वार्षिक परीक्षा 2017 के पुनरीक्षण करने के लिए प्राप्त आवेदनों के आधार पर आवेदित विषय की कापी के पुनरीक्षण का कार्य विकेंद्रीकृत व्यवस्था के तहत संबंधित मूल्याकंन केंद्रों पर हुई है. जिले के मूल्याकंन केंद्रों पर सीसी कैमरे की जद में नौ से 25 जून कॉपियों की स्क्रूटनी की जायेगी.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने डीएम महेंद्र कुमार व डीइओ अखिलेश्वर प्रसाद को भेजे गये पत्र में कहा है कि पूर्व वर्ष में स्क्रूटनी करने में काफी अधिक समय लगता रहा है. जिसे देख इस वर्ष विभाग इस बार कुछ अलग पहल की है. तय सीमा के अंदर स्क्रूटनी कर पुनरीक्षित प्राप्तांक समिति की वेबसाइट पर प्रकाशित कर दिया जायेगा.
इन बिंदुओं पर करना है स्क्रूटनी
– यदि अंदर के पृष्ठों के अंक मुख्य पृष्ठ पर अंकित नहीं हैं, तो सुधार किया जायेगा.
– प्रदत्त अंकों के योग में यदि कोई त्रुटि हो, तो उसमें सुधार किया जायेगा.
– यदि कोई प्रश्न या खंड अमूल्यांकित हैं तो उसका मूल्यांकन कर प्राप्तांक में सुधार किया जायेगा.
– स्क्रूटनी के परिणामस्वरूप अंक बढ़ सकते हैं, घट सकते है या फिर यथावत रह सकते हैं.
– किसी भी परिस्थिति मूल्यांकित कॉपी का पुन: मूल्यांकन नहीं होगा.
डीएम की देखरेख में संपन्न होगी स्क्रूटनी
स्क्रूटनी संबंधित कार्य जिला पदाधिकारी महेंद्र कुमार की देखरेख में संपन्न होंगे. जिला पदाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा व अन्य किसी पदाधिकारी को अपने स्तर से स्क्रूटनी कार्य के लिए नोडल पदाधिकारी बना सकते हैं. यही नहीं स्क्रूटनी संबंधित कार्यों के सतत पर्यवेक्षण के लिए जिला पदाधिकारी अपर समाहर्ता या फिर प्रशासनिक सेवा किसी पदाधिकारी को होने वाली स्क्रूटनी की जिम्मेवारी दे सकते हैं. स्क्रूटनी केंद्र पर पर्याप्त संख्या में सीसी कैमरा लगाते हुए पूरे परिसर का वीडियोग्राफी कराने की व्यवस्था डीएम से करने की बात कही गयी है. स्क्रूटनी के दौरान केन्द्र पर अनधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णत: बंद रहेगा. किसी तरह की गड़बड़ी करने वाले व्यक्ति की पहचान कर उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गयी.
डीइओ को मिला निर्देश, योग्य शिक्षकों से कराएं स्क्रूटनी
स्क्रूटनी के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी विभाग की तरफ से विविध दिशा-निर्देश मिले हैं. उन्हें स्क्रूटनी के लिए केंद्र पर पर्याप्त संख्या में योग्य शिक्षक, जिनकी न्यूनतम सेवा तीन वर्ष की हो, उनकी नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही शिक्षकों की नियुक्ति प्राथमिकता के आधार पर अंगीभूत महाविद्यालय, सरकारी प्लस टू स्तरीय विद्यालय या फिर जरूरत पड़ने पर संबद्धता प्राप्त डिग्री व इंटर काॅलेज से करने की बात कही गयी है. डीइओ को विषयवार स्क्रूटनी के लिए शिक्षकों की नियुक्ति का निर्देश मिला है.