सीतामढ़ी. मंगलवार को आंधी के साथ बारिश के बाद से लगातार पुरवइया हवा चल रही है, जिससे जिले का मौसम सुहाना बना हुआ है. मंगलवार को रात भर रुक-रुककर तेज पुरवइया हवा चलती रही. बुधवार को भी यह सिलसिला जारी रहा. आसमान में बादलों का जमघट लगा रहा. कभी बादलों के तितर-बितर होने के बाद धूप खिलती रही, तो कभी बादलों के आगोश में सूरज की रौशनी छिपता रहा. दोपहर को पश्चिम दिशा से एक बार फिर काले-काले बादलों की झुंड निकलकर पूरे आसमान में छा गया. कुछ ही देर में झमाझम बारिश होने लगी. दोपहर के वक्त जिले के कई इलाकों में करीब घंटे भर तक झमाझम बारिश हुई. इसके बाद दिन भर आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रही. ठंडी-ठंडी पुरवइया हवा चलती रही, जिसके चलते जिले का अधिकतम तापमान लुढ़ककर सामान्य से कम करीब 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इससे जिले का मौसम पूरी तरह सुहाना हो गया. –मौसम बदलने से पशु-पक्षी की चहचहाहट बढ़ी. किसान अवधेश सिंह, धरीक्षण महतो व राम प्रकाश सिंह समेत अन्य ने बताया कि किसानों को इस बारिश की बेचैनी से प्रतीक्षा थी. हीट वेव के कारण खेत-खलिहान धधक रहे थे. मानव से लेकर पशु-पक्षी और जानवरों तक को हीट वेव परेशान कर रखा था. नदी-नहर और पोखर-तालाब सूख चुके थे. आम, लीची और सब्जियों समेत अनेक फसलें हीट वेव के चलते झुलस रही थीं. फसलों के पौधे सूख रहे थे. मौसम बदलने से पशु-पक्षी अब चहचहा रहे है. –खेत में नमी आने से किसानों के चेहरे खिले. इस बारिश के बाद आम और लीची के वृक्ष चमकने लगे हैं. आम व लीची के वृक्षों पर लगे कीट-मकोड़े और जाले अच्छी तरह धुल गये हैं. सूखे हुए टिकोले झड़कर गिर चुके हैं. शेष आम और लीची के दानों को इस बारिश से पोषण मिलेगा, जिससे आम और लीची के दाने पुष्ट होंगे. खेतों की जुताई नहीं की जा सकती थी. किसानों के मन में चिंता थी. इस बारिश से खेतों में नमी आयी है, जिससे किसान अब खेतों की जुताई करवा सकेंगे. सरेह में हरियाली आयेगी, जिससे पशुपालकों को चारा के लिए अधिक परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी.
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