सीतामढ़ी : तीनों नगर निकायों के लाखों मतदाता आज अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मतदान करने से पूर्व मतदाताओं के जेहन में स्थानीय समस्याएं भी होंगे. प्रत्याशियों के प्रलोभन में आकर हर बार मतदाता अपना प्रत्याशी चुनते आये हैं, लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी इन तीनों नगर निकाय […]
सीतामढ़ी : तीनों नगर निकायों के लाखों मतदाता आज अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. मतदान करने से पूर्व मतदाताओं के जेहन में स्थानीय समस्याएं भी होंगे. प्रत्याशियों के प्रलोभन में आकर हर बार मतदाता अपना प्रत्याशी चुनते आये हैं, लेकिन आजादी के 70 साल बाद भी इन तीनों नगर निकाय क्षेत्रों की समस्याएं जस के तस पड़े हैं.
इस बार मतदान करने से पूर्व मतदाताओं के आंखों के सामने अपने शहर की समस्याएं जरूर होंगी. नगर परिषद, सीतामढ़ी की ही बात करें तो मतदाता जब अपने मताधिकार का प्रयोग करने घरों से निकलेंगे तो उन्हें बूथों तक जाने के लिए अतिक्रमण, गंदगी, जर्जर सड़क, सड़क पर बहता नाले का पानी व आवारा पशुओं समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसलिए इस बार स्थानीय मतदाता उन तमाम समस्याओं को ध्यान में रखकर ही अपना फैसला सुनाने वाले हैं.
अफवाहों से बचने की होगी चुनौती : निष्पक्ष व शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन के सामने अफवाहों समेत कई प्रकार की चुनौतियां होगी. प्रत्याशियों की ओर से अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपनाए जाते हैं. प्रत्याशियों द्वारा अपने लोगों द्वारा तरह-तरह के अफवाह फैलाये जाने की आशंका बनी रहती है. इसके अलावा बोगस वोटिंग भी प्रशासन के लिए खास चुनौती होगी. बोगस वोटिंग के लिए कई प्रत्याशियों द्वारा गांव से अपने लोगों को बुलवाया जाना परंपरा बन गयी है. इस परंपरा को तोड़ने की भी प्रशासन के समक्ष चुनौती होगी.