सीतामढ़ीः नानपुर प्रखंड के चौपार गांव के लक्ष्मेश्वर शर्मा ने कथित नकली डीएपी खाद के मामले में कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध हो कर अब डीएम के जनता दरबार में नहीं जाने का निर्णय लिया हैं. कहते हैं कि जनता दरबार में जा कर थक गये. जांच का आदेश तो दिया गया, लेकिन डीएओ के स्तर से अब तक जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी गयी है. वे कहते हैं कि डीएओ से सही जांच की उन्हें कोई उम्मीद नहीं है और न ही भरोसा है कि जिला प्रशासन के स्तर से कोई ठोस कार्रवाई की जायेगी. अब वे सीधे मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जायेंगे. वहां से ठोस कार्रवाई नहीं की गयी तो खुद एवं क्षेत्र के किसानों को न्याय दिलाने के लिए हाइकोर्ट जायेंगे.
जनता दरबार का हाल
श्री शर्मा 26 दिसंबर को कथित नकली खाद के मामले को लेकर डीएम के जनता दरबार में गये थे. डीएओ को मामले की जांच का आदेश दिया गया. श्री शर्मा को छह फरवरी को आने को कहा गया. जब वे जनता दरबार में पहुंचे तो उन्हें लिखित तौर पर 13 फरवरी को आने को कहा गया. जब वे गुरुवार को पहुंचे तो उन्हें पता चला कि डीएओ ने जांच रिपोर्ट नहीं भेजी है.
कोर्ट की शरण ली
कथित नकली खाद के मामले में डीएओ से अपेक्षित कार्रवाई की उम्मीद नहीं होने से खफा श्री शर्मा कोर्ट की शरण में गये. वे सीजेएम के न्यायालय में रून्नीसैदपुर बीडीओ सत्येंद्र कुमार शर्मा, प्रभारी बीएओ अनिल व खाद दुकानदार महेश शाही के खिलाफ मुकदमा किये हुए हैं. कहते हैं उनकी नजर में दुकानदार से जो खाद लिया वह नकली है. जब तक प्रयोगशाला में जांच नहीं करायी जाती है तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे.
क्या है पूरा मामला
कोर्ट में दायर मुकदमा में श्री शर्मा ने कहा है कि रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के मेहसौल बाजार चौक पर मुकेश शाही की खाद की दुकान है. उक्त दुकानदार ने उन्हें नकली डीएपी खाद दिया था. शिकायत के बावजूद बीडीओ व बीएओ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इधर, श्री शर्मा ने बताया कि गत दिन बीएओ उक्त दुकान पर जांच को गये थे. उन्होंने दुकानदार व वहां मौजूद लोगों को भड़का दिया. लोग उनके साथ मारपीट को उतारू होते, इससे पूर्व ही स्थिति को भांप वे वहां से चल दिये.