मौसम. दाेपहर बाद निकला सूरज, बस व ट्रेन प्रभावित, बचाव को प्रशासनिक तैयारी तेज
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कोहरे के साथ चल रही बर्फीली हवा
मौसम. दाेपहर बाद निकला सूरज, बस व ट्रेन प्रभावित, बचाव को प्रशासनिक तैयारी तेज ठंड से बढ़े रोगी, गरम कपड़ों की मांग बढ़ी सीतामढ़ी : इलाके में दस्तक के साथ ही ठंड का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. रोजाना तापमान में गिरावट जारी है तो ठंड का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. चार […]
ठंड से बढ़े रोगी, गरम कपड़ों की मांग बढ़ी
सीतामढ़ी : इलाके में दस्तक के साथ ही ठंड का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. रोजाना तापमान में गिरावट जारी है तो ठंड का दायरा भी बढ़ता जा रहा है. चार दिनों से कोहरा परेशानी की वजह बना हुआ था, अब कोहरे के साथ बर्फीली हवाओं का भी कहर तेज हो गया है. ठंड के चलते जहां रोगों के प्रसार में लगातार वृद्धि जारी है, वहीं ठंड के चलते गरम कपड़ों की मांग बढ़ने लगी है.
जिले में सर्दी के जारी सितम के बीच बुधवार का दिन सबसे सर्द रहा. अहले सुबह से इलाका घने कोहरे की चादरों में लिपटा रहा. दोपहर बाद सूरज निकलने से लोगों को राहत मिली. लेकिन जैसे-जैसे दिन ढलता गया तामपान में गिरावट आने से इलाका सर्दी की गिरफ्त में आता रहा. परिणामस्वरूप लोगों अपने घरों में दुबकते रहे.
इधर, कोहरे की वजह से बुधवार को बस व ट्रेन सेवा बूरी तरह प्रभावित हुई. कोहरे के चलते जहां ट्रेनें आधा घंटा विलंब से चलीं, वहीं बस सेवाएं भी प्रभावित हुईं. घने कोहरे के चलते जीप, कार, ट्रक, आटो व बाइक भी सड़क कर रेंगते नजर आये. कोहरे के चलते दिन में ही लाइट जला कर वाहन चलाने की स्थिति नजर आयी.
जिले में ठंड बढ़ने के साथ ही गरीबों की परेशानी बढ़ गई है. प्रशासनिक स्तर पर अब तक ठंड से निजात के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो सकी है.
ठंड की दस्तक के अभी चार-पांच दिन ही बीते हैं, लेकिन ठंड ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है. पारा गिरने के साथ ही इलाके में ठंड जनित रोगों का भी प्रसार बढ़ने लगा है. सर्दी, खांसी, बुखार, डायरिया, कोल्ड डायरिया, जोड़ों का दर्द व पीलीया जैसे रोगों के प्रसार में लगातार जारी वृद्धि लोगों की परेशानी की वजह बन गई है. हैरत की बात यह कि सरकारी अस्पतालों में वर्तमान में ठंड जनित बीमारियों से संबंधित दवाओं का घोर अभाव बना हुआ है.
ठंड के तेवर में लगातार जारी वृद्धि के बाद जहां गरम कपड़ों की मांग बढ़ी है, वहीं इसके चलते गरम कपड़ों का कारोबार भी गरम हो गया है. ठंड के चलते रजाई, तोसक, कंबल, चादर, शाल, जैकेट, स्वेटर व ऊन की मांग में जबरदस्त बढ़ी है. इसके अलावा चाय, काफी, हिटर व गीजर की बिक्री में भी इजाफा हुआ है.
जिले में ठंड के बढ़ते प्रभाव के बावजूद प्रशासनिक स्थल पर कहीं भी ठंड से बचाव की व्यवस्था नहीं हो सकी है. चाहे चौक- चौराहा हो या बस पड़ाव या फिर रैन बसेरा. कहीं भी अलाव जैसी व्यवस्था नहीं दिख रहीं है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी अधिकारी चंदन चौहान ने बताया कि विभागीय स्तर पर इसकी तैयारी जारी है. बताया कि इस बार ठंड की दस्तक समय से पूर्व हुई है. इसके तहत जिले के सभी अंचलाधिकारियों को ठंड से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था का आदेश दिया गया है. बताया है कि शहरी व अर्द्ध शहरी इलाकों के गरीब, नि:सहाय व आवास विहीन लोगों को ठंड से निजात दिलाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग तैयार है.
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