जवाब-तलब. बाल अधिकार संरक्षण आयोग गंभीर
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सामूहिक दुष्कर्म मामले में डीएम से रिपोर्ट तलब
जवाब-तलब. बाल अधिकार संरक्षण आयोग गंभीर नाबालिग से गैंगरेप मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने डीएम से सात बिंदुओं पर जवाब मांगा है़ आयोग ने एक सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा है़ सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर : रून्नीसैदपुर प्रखंड की एक नबालिग से गैंगरेप के मामले में डीएम से रिपोर्ट मांगी गयी है. पीड़िता के पिता […]
नाबालिग से गैंगरेप मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने डीएम से सात बिंदुओं पर जवाब मांगा है़ आयोग ने एक सप्ताह के अंदर जवाब देने को कहा है़
सीतामढ़ी/रून्नीसैदपुर : रून्नीसैदपुर प्रखंड की एक नबालिग से गैंगरेप के मामले में डीएम से रिपोर्ट मांगी गयी है. पीड़िता के पिता की शिकायत पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डीएम से पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर सात बिंदुओं पर जवाब उपलब्ध कराने को कहा है. आयोग की सदस्य प्रियंका कानूनगो ने जारी पत्र में कहा है कि अगर कोई दूसरा आयोग या प्राधिकरण जांच के लिए पत्र भेजा हो तो उस पत्र की प्रतिलिपि भी उपलब्ध करायी जाए.
बता दें कि पुलिस की शिथिलता को भांप पीड़िता के पिता ने वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ ही उक्त आयोग को आवेदन देकर न्याय देने की गुहार लगायी थी. आवेदन में नाबालिग के पिता ने लिखा था कि आरोपितों को सजा नहीं मिली तो वे पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे.
सात बिंदुओं पर मांगा गया जवाब
क्या है पूरा मामला
12 अप्रैल 2013 की घटना है. नबालिग कॉपी खरीदने के लिए गांव के एक दुकान पर जा रही थी. इसी दौरान गांव के ही दो युवकों ने उसे उठा लिया. जेनरेटर के रूम में ले गया. उस दौरान जेनरेटर बंद था. नबालिग के साथ दुराचार किया गया. चिल्लाने पर उसे हत्या की धमकी दी गयी. धमकी पर उसकी सांसें थम गयी.
यानी बाद में वह चिल्लाने का साहस नहीं कर सकी. हद तो यह कि उसके चिल्लाने की आवाज बाहर के लोग नहीं सुन सके. इसके लिए आरोपितों ने जेनरेटर चालू कर दिया था. घटना के बाद पीड़िता घर पर पहुंची और परिवार वालों को जानकारी दी. प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया गया. दूसरे आरोपित को नहीं पकड़े जाने व पुलिस की सुस्ती को ले पीड़िता के पिता ने आयोग से न्याय की गुहार लगायी थी.आयोग ने पीड़िता के पिता की फरियाद को गंभीरता से लिया और इस मामले में रिपोर्ट तलब की़
अब न्याय की उम्मीद जगी
आयोग के हस्तक्षेप के बाद पीड़िता के पिता को न्याय की उम्मीद जगी है. आयोग ने डीएम से क्रमश: प्राथमिकी की प्रति, आरोपितों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई की रिपोर्ट, नबालिग की एमएलआर की स्पष्ट रिपोर्ट, नबालिग के 164 के बयान की स्पष्ट प्रति, प्रकरण से संबंधित अन्य दस्तावेज, न्यायालय में दाखिल चार्ज-शीट की प्रति व प्रकरण की वर्तमान स्थिति की जानकारी मांगी गयी है. आयोग ने मामले से एसपी को भी अवगत कराया है. इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने को कहा गया है़ पीड़िता के पिता को उम्मीद है कि जल्द न्याय मिलेगा़
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