क्या करें बच्चे . खेत के मेड़ से होकर स्कूल पहुंचते हैं िझटकी प्राथमिक िवद्यालय के छात्र
बारिश के चलते किसान खुश हैं, तो शहर के लोग जलजमाव व कीचड़ के कारण परेशान हैं. इधर, सरकारी स्कूलों के भवनों की छतों से पानी टपकने व आने-जाने वाले रास्ते में पानी व कीचड़ के कारण बच्चों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. स्कूलों में बच्चों की संख्या में अचानक कमी आ गयी है.
बोखड़ा : खंड के प्राथमिक विद्यालय, झिटकी पर आने-जाने के लिए रास्ता नहीं है. खेत के मेड़ होकर शिक्षक व बच्चे आते-जाते है. करीब पांच वर्ष पूर्व उक्त स्कूल का निर्माण कराया गया था, लेकिन विभाग द्वारा उसे सड़क की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा सकी. प्रधान शिक्षक मो सुहैल है.
नामांकित 290 बच्चों में मात्र 44 बच्चे मौजूद थे. शिक्षक मनीष कुमार ने बताया कि चावल की अभाव में एमडीएम बंद है. भवन जर्जर है. छत से पानी टपकता है. इस कारण कमरे के बजाय बच्चों को बरामदा पर बैठाया जाता है. खेत के मेड़ से आना-जाना पड़ता है. बगल में गड्ढे में पानी होने के चलते दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. बीइओ को कई बार समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है.
छत से टपकता है पानी : प्राथमिक विद्यालय, सतेर के प्रधान शिक्षक के कार्यालय कक्ष व दो कमरे की छतों से पानी टपकता है. हल्की बारिश में भी कमरा बैठने लायक नहीं रह जाता है. प्रधान नवीन कुमार ने बताया कि स्कूल का छत खतरनाक हो चुका है. खतरे के कारण कुछ देर बच्चों को पढ़ाकर छुट्टी दे दी जाती है. बताया कि मात्र पांच-छह वर्ष पूर्व भवन बना था. नामांकित 253 में 130 बच्चे मौजूद थे.
इधर, मध्य विद्यालय, बुधनगरा में भी भवन का बुरा हाल है. भवन जर्जर हो चुका है. पानी बरामदे पर चला आता है. छत से भी पानी टपकता है. एमडीएम बंद था. नामांकित 501 में से 245 बच्चों की हाजिरी बनी थी. दो बजे एक भी बच्चे नहीं थे. मुखिया पति अशोक चौधरी मौजूदगी में एमडीएम बंद रहने के कारणों की बाबत प्रधान शिक्षिका चंदेश्वरी कुमारी कुछ नहीं बोल सकी. एक शिक्षक ने बताया कि रसोइया व जलावन नहीं है.
पढ़ाई हो रही प्रभावित
पानी टपकने की सूचना नहीं
बोखड़ी बीइओ रामवृक्ष सिंह ने बताया कि प्रावि झिटकी के लिए स्थानीय लोगों को अपनी निजी जमीन देनी है. तभी समस्या का समाधान संभव है. स्कूलों के भवनों से पानी टपकने की उन्हें सूचना नहीं है. ऐसी बात होगी तो जिला को लिखा जाएगा.
पानी निकासी का साधन नहीं
सोनबरसा बीइओ अरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि वर्षा के कारण प्रखंड में एक भी स्कूल बंद नहीं है. सोनबरसा मध्य विद्यालय परिसर से पानी निकासी का कोई साधन नहीं है.
उपस्थिति पर कोई प्रभाव नहीं
मवि, तिलक साह, पुपरी में सभी कक्षा का संचालन हो रहा था. हजार बच्चे है, तो शिक्षक मात्र छह. कक्षा सात के छात्र राजकुमार व धीरेंद्र ने बताया कि बारिश में भी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ता है. कमरे की कमी से दो-तीन कक्षा का संचालन एक साथ होता है. प्रधान शिक्षक राकेश कुमार झा ने बताया कि बच्चों के अनुपात में शिक्षकों की काफी कमी है. वरीय अधिकारी को अवगत कराया जा चुका है. भवन की स्थिति ठीक है. पुपरी पेट्रोल पंप के समीप प्राथमिक विद्यालय उर्दू में आने-जाने के लिए रास्ता नहीं है. पानी होने पर काफी मुश्किल से शिक्षक व बच्चे स्कूल आ-जा पाते है.