..यहां सरकारी स्कूलों में बच्चे लिख रहे भविष्य फोटो- अलग से कैप्शन के साथ देंगे बुढ़नद नदी पर बने पुल का नहीं हुआ जीर्णोद्धार , किसानों को सिंचाइ में हो रही परेशानीमतदाता सूची में सैकड़ों परिवार का नहीं जुड़ सका है नाम नहीं हैं पंचायत सरकार भवन पुपरी. नगर पंचायत, जनकपुर रोड के वार्ड संख्या पांच से रामनगर बेदौल पंचायत में 21 वीं सदी के 15 वर्षों में कई विकास कार्य हुए हैं, लिहाजा पंचायत के गांवों की रूपरेखा बदल गई है. करीब चार किलोमीटर उत्तर-दक्षिण- पूरब व पश्चिम दिशा में फैले इस पंचायत में पांच राजस्व ग्राम हैं, जिसमें हिरौली, सूर्यपट्टी, रामनगर, बेदौल, मधुबनी व परसौनी शामिल हैं. पंचायत में कुल चार मध्य विद्यालय व पांच प्राथमिक विद्यालय हैं. पंचायत की जनसंख्या करीब 18 हजार व मतदाता की संख्या करीब आठ हजार है. शिक्षा में आमूल परिवर्तन पंचायत के रामनगर बेदौल, परसौनी टोला, परसौनी गोट व मधुबनी में प्राथमिक विद्यालय तो हिरौता में दो, सूर्यपट्टी, बेदौल गोट व मधुबनी एक-एक प्राथमिक विद्यालय हैं. इसमें रामनगर मवि की शिक्षा की हालत बेहतर है. अभिभावकों का कहना है कि जब से दीपमोहन प्रसाद को शिक्षा का प्रभार दिया गया तब से स्कूल में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. बताया जाता है कि वह गांव में घर-घर जाकर अभिभावक से संपर्क कर बच्चे को स्कूल भेजने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इसके अलावा शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर वह सजग रहते हैं. कहा, स्कूलों में संसाधन की कमी है जिसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा ताकि बच्चे को कोई परेशानियों का सामना न करना पड़े. 11 आंगनबाड़ी केंद्र छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल से पूर्व ज्ञान देने के लिए ग्यारह आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं. वहीं किसानों की सुविधा के लिए पैक्स गोदाम व पैक्स मशीन भी उपलब्ध हैं, जिससे चावल तैयार किया जाता है. पंचायत के गांवों में जाने के लिए 20 वीं सदी में पगडंडी व मेड़ मात्र रास्ता हुआ करता था, पर अब हर गांव में पीसीसी सड़क व जगह-जगह चापाकल आदि देखने को मिलता है. पंचायत के हर गांव में चार चक्के व टेंपो आने-जाने के लिए आसानी से रास्ते का उपयोग किया जाता है. अधवारा समूह के बुढ़नद नदी पर लोहे का पुल है, जिसके चलते लोगों को कहीं आने-जाने में सुविधा होती है. वही पूर्व में स्थानीय लोगों को साधारण बीमारी के इलाज के लिए शहर में जाना पड़ता था लेकिन पंचायत में उप स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था हो जाने से लोगों को राहत मिली है. सभी गांवों में विद्युत सेवा बहाल पंचायत के सभी गांवों में विद्युत की व्यवस्था बहाल हो चुकी है. सरकार द्वारा संचालित 12 वीं व 13 वीं वित्त आयोग, चतुर्थ राज्य वित्त आयोग व मनरेगा योजना के तहत गांव में पक्की सड़क, पीसीसी व खड़ंजा सड़क, बेदौल गांव में पक्की नाला का निर्माण हो चुका है. पंचायत में सैकड़ों महादलित परिवार के लोगों का फूस का मड़ैया अब इंदिरा आवास भवन में परिवर्तित हो चुका है. वहीं महादलित बस्ती के अक्लू पासवान, कमलेश राम, हरि पासवान समेत अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त कर शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं. पुल के जीर्णोद्धार की जरूरत पंचायत की मुखिया शाहनाज खातून ने बताया कि बुढ़नद नदी पर स्थित पुल की जीर्णोद्धार की सख्त जरूरत है. इसके बिना किसानों की सिंचाइ व आवागमन की सुविधा प्रभावित हो रही है. साथ ही लोगों के मन में हमेशा किसी बड़ी घटना की आशंका बनी रहती है. बताया कि 12 वीं व 13 वीं वित्त आयोग, चतुर्थ राज्य वित्त आयोग व मनरेगा से 3200 फीट पीसीसी, 1500 फीट पक्का नाला, 2000 फीट मिट्टीकरण व खड़ंजा का निर्माण किये गये हैं. वहीं मनरेगा के तहत एक किसान की तालाब की खुदाइ, तीन दर्जन लोगों की घराड़ी पर मिट्टी भराइ, कब्रिस्तान में मिट्टी भराइ एवं परसौनी में पुलिया का निर्माण समेत कई विकास कार्य किये गये हैं. जरूरत है नदी में डैंप निर्माण, पंचायत सरकार भवन, छूटे हुए 100 परिवार के सदस्यों का नाम मतदाता सूची में जुड़वाने व पुल निर्माण कराने की.
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..यहां सरकारी स्कूलों में बच्चे लिख रहे भविष्य फोटो- अलग से कैप्शन के साथ देंगे बुढ़नद नदी पर बने पुल का नहीं हुआ जीर्णोद्धार , किसानों को सिंचाइ में हो रही परेशानीमतदाता सूची में सैकड़ों परिवार का नहीं जुड़ सका है नाम नहीं हैं पंचायत सरकार भवन पुपरी. नगर पंचायत, जनकपुर रोड के वार्ड संख्या […]
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