सीतामढ़ीः कांग्रेस के वरीय नेता डॉ मोबिनुल हक व पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष अंजारूल हक तौहिद के भाई टेंपो चालक इजहारूल हक तौहिद की गुरुवार की रात गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. हत्या की खबर जंगल के आग की तरह फैल गयी. शुक्रवार की सुबह सैकड़ों की तादाद में लोग सड़क पर उतर गये. शहर के अंदर व बाहर निकलने वाले सभी मुख्य मार्ग को टायर जला व बांस बल्ला लगा कर जाम कर दिया.
सुबह 6 बजे से लगा जाम दिन के 10 बजे एसपी पंकज सिन्हा व सदर डीएसपी संजय कुमार के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ. दोनों अधिकारियों ने बंद समर्थकों व परिजनों को हमलावरों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. बंद समर्थकों ने शहर के कारगिल चौक, जानकी स्थान चौक, गौशाला चौक व मेहसौल चौक को जाम कर दिया. कुछ खुली दुकान को बंद करा दिया गया.
वाहन परिचालन करने वाले कुछ टेंपो चालकों के साथ मारपीट भी की गयी. लोगों के आक्रोश को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स को भी तैनात किया गया. शुक्र यह था कि शहर के विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने किसी तरह का उपद्रव नहीं किया. पुलिस ने भी समझदारी का परिचय देते हुए बल प्रयोग नहीं किया. यहां बता दें कि इसी तरह का आक्रोश वर्ष-2009 में व्यवसायी अनिल की हत्या के वक्त शहरवासियों में देखा गया था. उस वक्त जिला पुलिस के खिलाफ लोगों ने आक्रोश प्रकट करते हुए थाना में आगजनी भी की थी. पुलिस फायरिंग में एक बालक भी मारा गया था.