बैरगनिया : सीमावर्ती नेपाल में मधेश आंदोलन शनिवार को 64 वें दिन भी जारी रहा. संयुक्त मधेशी लोकतांत्रिक मोरचा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गौर-बैरगनिया रोड को नो-मेंस लैंड पर धरना देकर नाकेबंदी की एवं सरकार के विरोध में नारे लगाये. मैत्री पुल पर धरना कार्यक्रम में रौतहट जिले के जयनगर, मिठुआवा एवं रजवारा गांव के लोग शामिल थे. मौके पर मोरचा नेता बाबूलाल साह, अरुण सिंह, रमेश गिरी, दामोदर साह, इसलाम अंसारी, उपेंद्र यादव आदि मौजूद थे.
उधर जिले के औरईया में मधेशी मोरचा द्वारा नाकेबंदी स्थल पर सभा का आयोजन किया गया. मोरचा नेता शोभा साह, योगेंद्र यादव, राम निवास यादव समेत अन्य नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा वार्ता के नाम पर पत्र भेज कर आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. इसे मंजूर नहीं किया जायेगा. कहा कि पहले ही सरकार से समझौता हुआ था, जिसे लागू कर देना चाहिए. नेताओं ने कहा कि जब तक मांगों को संविधान में शामिल नहीं किया जायेगा, तब तक आंदोलन चलता रहेगा. गौर में ईंधन की घोर किल्लत ईंधन की किल्लत से गौर में स्थिति भयावह बनी हुई है.
घरों में चूल्हा पर आफत है. पेट्रोल व डीजल के अभाव में गाडि़यां जहां तहां खड़ी है. वहीं गरुड़ा में अवस्थित पेट्रोल पंप पर निर्धारित कोटा का तेल लेने के लिए गाड़ियों की लंबी कतारें लगी रही. डीजल छीन कर लगाया आगभारतीय क्षेत्र से पेट्रोल लाने वालों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. गंगा पीपरा में महेश चौधरी से सौ लीटर डीजल छीन कर नष्ट कर दिया गया. पंचरुखी में मंसूर आलम से 35 बकरा पकड़ा गया. वह इसे लेकर काठमांडो जा रहा था. कार्रवाई का नेतृत्व पूर्व सभासद बबन सिंह, वीरेंद्र पांडेय, बलराम पांडेय, बच्चु महतो कर रहे थे.