सीतामढ़ी : स्वतंत्र पत्रकार व सिटीजन फोरम के महासचिव अजय विद्रोही की हत्या की साजिश इस्टू हाउस में बनी थी. घटना को अंजाम देने आये अपराधी न सिर्फ वहां बैठ कर लजीज व्यंजन का स्वाद चखा था,
बल्कि बेहतरीन ब्रांड के वाइन भी उन्हें उपलब्ध कराया गया था. हत्या के लिए सुपारी देनेवाले शख्स अपराधियों के लिए उक्त सारा इंतजाम किया था.
सूत्रों की माने तो नगर के नूतन सिनेमा रोड स्थित उक्त इस्टू हाउस अजय विद्रोही का भी उठना बैठना होता था. नगर थाने की पुलिस इस्टू हाउस के संचालक के पुत्र दीपक कुमार को हिरासत में लेकर मामले की तफ्तीश में जुटी है.
दीपक के पिता नूतन सिनेमा की गली में इस्टू हाउस चलाता है. वहीं उसका साइकिल स्टैंड भी है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दीपक हीं वह शख्स है जिसने अजय विद्रोही को मामा संबोधित कर उसे चौक पर किसी व्यक्ति से मिलने की बात कही थी.
मुहल्ले के लोग भी इस प्रकार की बातें कर रहे हैं कि दीपक के हीं कहने पर अजय विद्रोही चौराहे तक गये थे, जहां हत्या को अंजाम देने वाला अपराधी मौजूद था.
दीपक से मिल सकता है सुराग
दीपक ने पुलिस को बताया है कि अजय विद्रोही से उसका पुराना परिचय है. अजय विद्रोही के घर के उत्तर मुहल्ले में दीपक का ननिहाल है, इसी से वह विद्रोही को मामा कह कर संबोधित करता था.
सूत्रों की माने तो दीपक को अजय विद्रोही के हत्यारे के बारे में जानकारी होगी. आरडी पैलेस रोड से भी एक युवक को पकड़े जाने की सूचना है, जिससे पूछताछ कर पुलिस हत्या का सुराग ढूंढ़ रहा है.
पुलिस को मिले अहम कागजात
पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में अजय विद्रोही से जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर जानकारी एकत्र किया है. प्रथमदृष्टया हत्या का कारण आरटीआइ से सूचना मांगने को हीं माना जा रहा है.
बरियारपुर में मठ की जमीन को बेचने के मामले में पुलिस को कुछ कागजात भी हाथ लगे हैं. हालांकि पुलिस इस प्रकरण का खुलासा करने से बच रही है.
एएसपी संजीव को सौंपी जिम्मेवारी
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जांच के लिए गोपनीयता जरूरी है. एसपी हरि प्रसाथ एस ने हत्यारे व साजिशकर्ता की गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) संजीव कुमार सिंह को जिम्मेवारी सौंपी है.
गठित विशेष टीम में दक्ष पुलिस अधिकारियों के साथ क्यूआरटी के तेज तर्रार कर्मियों को शामिल किया गया है.