सीतामढ़ीः डीएम डॉ प्रतिमा ने मंगलवार को मनरेगा की समीक्षा की. मौके पर कहा कि जिला सूखा ग्रस्त घोषित हुआ है. मनरेगा के कार्यक्रम पदाधिकारी लोगों को रोजगार उपलब्ध करायें. इससे लोगों का पलायन रुकेगा.
डीएम ने सूखा ग्रस्त क्षेत्र में एक व्यक्ति के लिए 150 दिन का रोजगार सृजन करने का निर्देश दिया. सभी पीओ को सचेत किया गया कि रोजगार के अभाव में कोई भुखमरी का शिकार हुआ तो इसके लिए पीओ व पीआरएस पर जिम्मेदारी तय की जायेगी. डीएम ने प्रत्येक पंचायत में पौधारोपण का 10 योजना मुखिया के साथ चयन कर प्रशासनिक स्वीकृति के साथ 26 सितंबर से पौधा लगाना शुरू करने का निर्देश दिया. सभी पीओ को प्रत्येक पंचायत में मिट्टी आधारित पांच योजना का चयन कर 25 तक सूचित करने को कहा गया. डीडीसी मनोज कुमार सिंह ने सभी पीओ को निर्देश दिया कि उक्त योजनाओं में शामिल किये जाने वाले 200 मजदूरों के नामों की सूची भी उपलब्ध करायें.
साथ ही लेवर मेट का नाम पंचायतवार गुरुवार तक उपलब्ध कराने को कहा गया. डीडीसी ने कहा कि जून माह से मजदूरी का दर 162 रुपये प्रतिदिन देय है. डीएम ने ग्रामीण क्षेत्रों, प्रखंड कार्यालय परिसर, थाना व विद्यालयों में मिट्टी भराई एवं आरइओ पथ में पौधा रोपण कराने का निर्देश दिया. वहीं डीडीसी ने हर सप्ताह इंदिरा आवास के 20 लाभार्थियों के निर्मित आवास के आसपास मिट्टी भराई कर समतल कराने का निर्देश दिया. डीएम ने सुप्पी प्रखंड के नन्हकार टोला में मनरेगा रोजगार सृजन की दिशा में कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
मनरेगा भवन निर्माण व राजीव गांधी सेवा केंद्र निर्माण की समीक्षा के दौरान डीएम ने आदेश दिया कि जहां भूमि उपलब्ध हो गया हो वहां दो अक्तूबर को निर्माण कार्य शुरू करायें. जॉब कार्डधारियों का 15 अक्तूबर तक बैंक खाता खोलने का निर्देश दिया गया.