बैरगनिया : नेपाल के रौतहट जिले के अलग-अलग गांवों के 15 बाल श्रमिकों को स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से मुक्त कराया गया है. इन बच्चों से बंगलुरु एवं मुजफ्फरपुर में काम लिया जा रहा था.
शुक्रवार को रौतहट जिला मुख्यालय गौर में परिवार पुर्नमिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित प्रमुख जिलाधिकारी(सीडीओ) मदन भुजेल एवं एसपी(जनपथ) शानु बाबू थपलिया ने आवश्यक प्रक्रिया के बाद मुक्त कराये गये सभी बच्चों को उसके परिजन को सौंप दिया. भारत की स्वयंसेवी संस्था निर्दोष के सचिव सत्येंद्र सिंह इन बच्चों को लेकर नेपाल के स्वयंसेवी संस्था बाल कल्याण समिति एवं महिला सुरक्षा दबाव समूह को सौंप दिया.
मुक्त कराये गये बाल श्रमिकों में जिले के राजपुर निवासी मो असलम, सखुआवा निवासी मो सतार, मतसरी निवासी उपेंद्र कुमार, नरकटिया निवासी मो साबिक, राजपुर निवासी मिराज आलम, नरकटिया निवासी मो अशफाक, सीसवा निवासी दिलीप साह, टिकुलिया निवासी श्रवण कुमार पटेल, औरइया निवासी रमण साह, सीसवा निवासी दीप लाल पासवान, टिकुलिया निवासी प्रमोद पटेल, अकोलवा निवासी शेख सरजाद, इंदल मुखिया, विश्रामपुर निवासी विजय मुखिया शामिल है.