सीतामढ़ी : शून्य से एक वर्ष के बच्चों को अब मुफ्त में ‘पेंटावेलेंट’ का टीका लगायी जायेगी. यह एक तरह से राज्य सरकार की ओर से नये वर्ष में नये सौगात की तरह है. इस एक टीका से पांच गंभीर रोगों का रोकथाम संभव है.
बताया गया है कि पेंटावेलेंट टीका बच्चो को पांच घातक रोगों क्रमश: गलघोटू, काली खांसी, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी एवं हिमेफिलिस इंफ्लुएंजा टाइप बी से बचाव करता है. टाईप बी से होने वाले गंभीर रोगों क्रमश: निमोनिया, मैनिंजाइटिस, सेप्टिसेमिया व एपिग्लोटाइटिस आदि की रोकथाम भी उक्त टीका से संभव है.
तीन टीका से निजात पेंटावेलेंट टीका लगाने के बाद बच्चों को डीपीटी, हेपेटाइटिस बी व निमोनिया का टीका नहीं लगाना पड़ेगा. एक वर्ष के बच्चो को अब तक नौ सूई लगाकर तीन टीके लगाये जाते है. इनमें से हिमोफिलिस इंफ्लुएंजा का टीका बाजार से 700-800 रुपया में खरीद करना पड़ता है. अब बच्चों को वर्ष भर में नौ की जगह छह सूई ही लगानी पड़ेगी. यह नया टीका बच्चो को क्रमश: छह, 10 व 14 सप्ताह पर दिया जायेगा. संस्थागत प्रसव में जन्म के 24 घंटे के भीतर दी जाने वाली हेपेटाइटिस बी की खुराक पहले की तरह जारी रहेगी. साथ ही 16-24 माह और पांच-छह वर्ष का होने पर लगने वाली डीपीटी बुस्टर टीका पहले की तरह जारी रहेगी.
शिशु मृत्यु दर में आयेगी कमी सीएस डा एके गुप्ता ने बताया कि पेंटावेलेंट टीका लगने से शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी. निमोनिया जैसे घातक रोग से बच्चो का बचाव होगा. बार-बार बच्चों को दर्द भरे टीकों का सामना नहीं करना पड़ेगा. यह टीका जिला अस्पताल, पीएचसी व आंगनबाड़ी केंद्रों पर नि:शुल्क लगायी जायेगी.