सीतामढ़ी : पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव के पत्र के आलोक में गत दिन डीएम द्वारा जिले के सभी प्रखंडों में हर घर जल नल एवं पक्की नाली योजना की जांच करायी गयी थी. माना जा रहा है कि योजना से संबंधित वित्तीय अनियमितता एवं अन्य कारणों को लेकर आधा दर्जन मुखिया भी कार्रवाई की जद में आ गये है.
डीएम डॉ रणजीत कुमार सिंह भी कार्रवाई के संकेत दिये हैं.
अब भी सरकार को नहीं गयी रिपोर्ट: पदाधिकारियों की जांच रिपोर्ट के आलोक में सरकार को सोमवार को भी समेकित प्रतिवेदन नहीं भेजा जा सका. प्रधान सचिव ने जांच करा कार्रवाई कर कृत कार्रवाई से अवगत कराने को कहा था. प्रतिवेदन भेजा जाना तो दूर अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू नहीं की गयी है. सूत्रों ने बताया कि कुछ वक्त तो लगेगा, पर दोषी नहीं बचेंगे.
एक बार िफर मुखिया व सचिव से पूछा जायेगा
मुखिया द्वारा राशि जमा करा दी गयी है. एक बार फिर मुखिया व सचिव से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा, फिर कार्रवाई की बिंदु पर निर्णय लिया जायेगा.
आलोक कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सीतामढ़ी
क्या है पूरा मामला
गत दिन किसी ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी आलोक कुमार से उक्त पंचायत के मुखिया व सचिव के खिलाफ शिकायत की थी. शिकायत को गंभीर मान श्री कुमार खुद जांच करने गये थे. जांच के बाद स्पष्ट हो गया था कि मुखिया नागेंद्र साह द्वारा सचिव की मिलीभगत से हर घर जल नल मद की राशि में से दो लाख की निकासी कर ली गयी है. श्री कुमार ने डीएम को रिपोर्ट सौंप विधि सम्मत कार्रवाई की अनुशंसा की थी. इस बीच, कार्रवाई होने की भनक मिलते ही मुखिया व सचिव द्वारा दो लाख रुपये संबंधित खाते में जमा करा दी गयी है. मुखिया से स्पष्टीकरण भी पूछा गया था, जिसके जवाब में श्री साह ने लिखा है कि निकासी की राशि जमा करा दी गयी है. इस लिहाज से आरोप मुक्त किया जाये.