सब्जी विक्रेता,जेनरल स्टोर्स संचालक, चाय-नाश्ता व दवा दुकानदार, बस संवाहक नहीं लेते हैं सिक्के
Advertisement
छोटे व्यवसायी भी नहीं लेते हैं सिक्के
सब्जी विक्रेता,जेनरल स्टोर्स संचालक, चाय-नाश्ता व दवा दुकानदार, बस संवाहक नहीं लेते हैं सिक्के सुरसंड में विभिन्न बैंकों के अधिकारियों ने कहा कि वे अब तक नहीं हैं समस्या से अवगत, नहीं आता है सिक्का सीतामढ़ी : जिले में एक व दो रुपये के सिक्के के चलन पर प्रतिबंध सा लग गया है. लोग परेशान […]
सुरसंड में विभिन्न बैंकों के अधिकारियों ने कहा कि वे अब तक नहीं हैं समस्या से अवगत, नहीं आता है सिक्का
सीतामढ़ी : जिले में एक व दो रुपये के सिक्के के चलन पर प्रतिबंध सा लग गया है. लोग परेशान हो रहे हैं.
थोक विक्रेताओं द्वारा सिक्के नहीं लिये जाने के चलते छोटे-दुकानदार, सब्जी विक्रेता, जेनरल स्टोर्स के संचालक, चाय-नाश्ता दुकानदार, दवा दुकानदार, बस संवाहक समेत अन्य कारोबारी भी सिक्के लेना बंद कर दिये है, जिसके चलते आम लोग परेशान है. उनकी परेशानी क्या होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है, पर कुछ बैंक के अधिकारी व शाखा प्रबंधक कहते हैं
कि उन्हें अब तक इस बात की जानकारी नहीं है. हालांकि शायद ही कोई ऐसे लोग होंगे, जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं हो. दुखद यह है कि इस मामले में अब तक न कोई प्रशासनिक अधिकारी व न हीं कोई जनप्रतिनिधि खुल कर सामने आ रहे हैं. सिक्के के परिचालन को प्रभात खबर के पड़ताल में जो सामने आया है वो इस प्रकार है. ‘
सुरसंड. स्थानीय बाजार समेत प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों एक रुपये का सिक्का लेन-देन में छोटे-बड़े व्यवसायी आनाकानी कर रहे हैं. पुरातन काल से ही किसी भी शुभ कार्य के लिए शगुन माना जाने वाला एक रुपये के सिक्का का महत्व लगभग समाप्त होने की स्थिति में है.
छोटे-मोटे खुदरा व्यवसायियों में शामिल श्याम साह, संजय साह, रवींद्र कुमार, पप्पू महाजन, गणेश कुमार, विजय साह समेत दर्जनों दुकानदारों ने बताया कि उनके द्वारा एक रुपये का सिक्का लिया जा रहा था, पर जब से थोक व्यापारी उक्त सिक्का लेने में आनाकानी करने लगे हैं, तब से उनलोगों ने भी लेना बंद कर दिया है. जिसके चलते छोटे व्यवसायी का व्यापार चौपट होने के कगार पर है. सब्जी मंडी, चाय-नाश्ता, पान व जेनरल स्टोर्स आदि के दुकानदार एक रुपये का सिक्का लेने से परहेज कर रहे हैं, वहीं बस के संवाहक भी यात्रियों से सिक्का लेना बंद कर दिया है. जिसके चलते आये दिन यात्रियों से बस संवाहक का तू-तू-मैं-मैं दैनिक रूटीन में शामिल हो गया है.
दवा व्यवसायी पप्पू लाठ का कहना है कि उनके द्वारा एक या दो रुपये का सिक्का लिया जाता है, पर फिरता लेने में कई ग्राहक नाक सिकोड़ने लगते हैं. साथ ही सब्जी विक्रेता भी सिक्का लेना बंद कर दिया है.
नहीं है जानकारी
इस बाबत पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, को-ऑपरेटिव बैंक व ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक ने बताया कि सिक्का लेन-देन में लोगों को हो रही परेशानी से वे अनभिज्ञ हैं. बैंक में कोई ग्राहक सिक्का जमा कराने नहीं आ रहे हैं. यदि जमा कराने आयेंगे तो वरीय अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement