सीतामढ़ी : छठ पर्व को लेकर सब्जियों के भाव में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे कमजोर लोगों के समक्ष परेशानी उत्पन्न हो गयी है. दिवाली के दिन जहां बैगन 40 रुपये प्रति किलो व लौकी 30 रुपये प्रति बिक्री हुई. वहीं, छठ महापर्व शुरू होने से ठीक एक दिन पूर्व सोमवार को शहर के […]
सीतामढ़ी : छठ पर्व को लेकर सब्जियों के भाव में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे कमजोर लोगों के समक्ष परेशानी उत्पन्न हो गयी है. दिवाली के दिन जहां बैगन 40 रुपये प्रति किलो व लौकी 30 रुपये प्रति बिक्री हुई. वहीं, छठ महापर्व शुरू होने से ठीक एक दिन पूर्व सोमवार को शहर के सब्जी मंडी में सब्जियों के भाव में और इजाफा हो गया.
सोमवार को शहर के बाजारों में बैंगन 50, परवल 50, प्याज 40 व टमाटर 100 रुपये प्रति किलो की दर से बिका. इससे सामान्य आय वाले परिवारों के समक्ष भारी परेशानी खड़ी हो गयी है. हालांकि, छठ महापर्व के अवसर पर हर साल सब्जियों के दाम आसमान छूने लगते हैं.
इसलिए लोगों में कोई खास असंतोष नहीं देखा जा रहा है.
सोमवार को सब्जी के भाव
15 दिन पूर्व भाव वर्तमान भाव
फूलगोभी 40.00 80.00
बंधागोभी 20.00 40.00
बैगन 30.00 50.00
मूली 20.00 30.00
टमाटर 60.00 100.00
धनिया पत्ता 150.00 300.00
हरी मिर्च 60.00 100.00
साग 25.00 40.00
बोरी 30.00 40.00
घेउरा 10.00 20.00
आलू 10.00 14.00
लौकी 20.00 60.00
छठव्रती इन बातों का
रखें विशेष ध्यान
छठी मइया छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाती है, इसलिए छठ व्रत के दौरान कई बातों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. जैसे छठी मइया का प्रसाद बनाते समय पूरी पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए. पूरी तरह शुद्ध होकर प्रसाद तैयार करना चाहिए. इस दौरान मांसाहार व अपवित्र भोजन से परहेज रखा जाना चाहिए. अर्ग पर चढ़ाये जानेवाले प्रसाद को तैयार करने वाले को तब तक कुछ नहीं खाना चाहिए, जब तक प्रसाद तैयार न हो जाए. प्रसाद को पैर नहीं लगना चाहिए. सूर्य को अर्घ्य देते समय चांदी, स्टील, शीशा व प्लास्टिक के बने बरतनों से अर्घ्य नहीं देना चाहिए. छठी मइया के मनौती को कभी नहीं भूलना चाहिए. जहां प्रसाद बन रहा हो, वहां भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए, अन्यथा पूजा अपवित्र मानी जाती है. छठ व्रती को अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए और किसी को बुरा-भला नहीं कहना चाहिए.