बैरगनिया : पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शनकारियों का गुस्सा दिख रहा था. लोगों के आक्रोश की सूचना मिलने पर एसपी के निर्देश पर बैरगनिया, सहियारा, मेजरगंज, सुप्पी, कन्हौली, सोनबरसा व रीगा समेत दर्जन भर थानों की पुलिस, एसएसबी, बीएमपी व एसरैफ के जवानों को तैनात कर दिया गया.
इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में लगी कन्हौली थाना पुलिस पर आक्रोशितों ने हमला कर दिया. लोगों द्वारा किये गये पथराव से जहां जीप का शीशा टूट गया, वहीं जीप में सवार पुलिस अधिकारी व जवानों को चोटें आयी.
लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा : घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसडीओ सत्येंद्र कुमार व एसडीपीओ सदर कुमार वीर धीरेंद्र ने लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन लोग डीएम-एसपी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. लोगों के उग्र रूप को देख कर एसरैफ, एसएसबी, जिला पुलिस व बीएमपी के जवानों ने जमकर लाठियां भांजी.
इस दौरान सशस्त्र बल ने पटेल चौक से अस्पताल रोड, मेनरोड, स्टेशन रोड व बैरगनिया स्टेशन के प्लेटफॉर्म तक पर दौरा-दौरा कर लोगों को पीटा. जिसमें नेपाल के रौतहट जिले के चंद्रनिगाहपुर निवासी अमन श्रेष्ठ एक नेपाली नागरिक चार दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये.
सोमवार की रात पुलिस की लाठी चार्ज में जख्मी महिलाओं ने जहां अपने जख्म दिखाये, वहीं पुलिसिया बर्बरता की दास्तान बयां की. बताया की देर रात घर का दरवाजा तोड़ कर घुसी पुलिस ने गाली-गलौज की. वहीं बेरहमी से पिटाई की. महिलाओं ने पुलिस कर्मियों पर छेड़खानी का भी आरोप लगाया है. लाठीचार्ज में जख्मी पकड़िया निवासी पूनम देवी,
जमुआ निवासी सुशीला देवी, कुमारी देवी, गीता देवी, बचिया देवी, पकड़िया निवासी इंदु देवी, जमुआ निवासी रीता देवी, उषा देवी, सिया देवी व सुनीता देवी आदि ने बताया की कुछ पुलिस वाले सादे लिवास थे. लग रहा था की पुलिस नहीं डकैत है. लाठी चार्ज में जख्मी राजू कुमार ने बताया की घर को घेर गेट तोड़ जबरन घुसे पुलिस वालों ने डकैतों की तरह लोगों की पिटाई की. महिला व बच्चों के साथ भी गाली-गलौज की. कार्रवाई के दौरान एक भी महिला पुलिस शामिल नहीं थी.
पथराव मामले में सात गिरफ्तार : 30 सितंबर को जुलूस के दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था. वहीं बीडीओ व थानाध्यक्ष के जीप को पलट दिया था. पुलिस ने इस दौरान लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ कर भगा दिया था. इस दौरान मौके पर दंडाधिकारी के रूप में तैनात लघु सिंचाई विभाग में कनीय अभियंता के पद पर तैनात दिलीप कुमार सदाब के आवेदन पर बैरगनिया थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. जिसमें 38 लोगों को नामजद किया गया था. वहीं 500 अज्ञात को भी आरोपित किया था. इनमें जमुआ निवासी मंगल साह, दिनेश प्रसाद, सोने लाल पटेल, जितेंद्र प्रसाद, पकड़िया निवासी सुभाष कुमार, पवन कुमार व गजाधर साह को पुलिस ने सोमवार की रात गिरफ्तार कर लिया. थानाध्यक्ष सुजीत कुमार के अनुसार गिरफ्तारी के विरोध में महिलाओं ने पथराव कर दिया, तब पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.