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अब आदर्श नगर में डायरिया का प्रकोप
बाढ़ के बाद. तेज धूप, बदबूदार पानी व दुर्गंध के कारण बढ़ रही बीमारी, प्रशासन बेखबर सीतामढ़ी : बाढ़ के बाद तेज धूप के कारण बदबूदार पानी व तेज दुर्गंध के कारण नगर परिषद के वार्ड नंबर-14 स्थित महावीनगर के बाद अब मेहसौल पश्चिमी पंचायत स्थित आदर्शनगर मुहल्ला में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा […]
बाढ़ के बाद. तेज धूप, बदबूदार पानी व दुर्गंध के कारण बढ़ रही बीमारी, प्रशासन बेखबर
सीतामढ़ी : बाढ़ के बाद तेज धूप के कारण बदबूदार पानी व तेज दुर्गंध के कारण नगर परिषद के वार्ड नंबर-14 स्थित महावीनगर के बाद अब मेहसौल पश्चिमी पंचायत स्थित आदर्शनगर मुहल्ला में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं.
खासतौर पर गरीब परिवार के कमजोर व कम उम्र के बच्चे डायरिया का शिकार हो रहे हैं. डायरिया के प्रकोप के कारण गरीब परिवार के लोगों के सामने फांकाकशी की जिंदगी गुजारने का वक्त आ गया है. कारण है कि बच्चों की चिंता के कारण वे काम-धंधा छोड़ कर अस्पताल में बच्चों का इलाज कराते हुए उनके सलामती की दुआ मांग रहे हैं. अब तक के बीमारी पर ध्यान दे तो, डायरिया से पीड़ित अधिकांश बच्चों की उम्र 10-12 वर्ष से कम हैं. दुर्भाग्य की बात यह भी है कि शहर से सटे महावीरनगर व आदर्शनगर मुहल्ला में डायरिया का खतरनाक संकेत आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के खतरे की घंटी नही बज रही हैं. वह भी महामारी को लेकर सामान्य स्थिति में हैं.
इसकी रोकथाम के लिए अब तक स्वास्थ्य विभाग में किसी तरह की सुगबुगाहट दिखायी नही दे रही हैं. जिसका स्पष्ट प्रमाण है कि डायरिया से महावीरनगर निवासी विरेंद्र पासवान ने अपने तीन बच्चों की मौत के बाद सदर अस्पताल से आशा छोड़ कर उधार लेकर अपने शेष बीमार बच्चों का इलाज निजी चिकित्सालय में करा रहे हैं.
रामचंद्र के चारों बच्चे डायरिया की चपेट में
शहर से सटे मेहसौल पश्चिमी पंचायत के आदर्शनगर मुहल्ला में डायरिया ने अपनी दस्तक दे दी हैं. ठेला चला कर जीवकोपार्जन करने वाले रामचंद्र राय के चारों बच्चे को डायरिया हो गया हैं. जिनको शनिवार की रात सदर अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया.
श्री राय के चारों बच्चों में प्रीति कुमारी (12 वर्ष), कृति कुमारी (10 वर्ष), रवि कुमार (8 वर्ष) व सोनम कुमारी (4 वर्ष) का नाम शामिल हैं. अपने कलेजे के चारों लाल की हालत देख कर मां मुन्नी देवी का कलेजा फट रहा हैं. बार-बार उसकी आंखें नम हो जा रही हैं. श्री राय बार-बार अपनी पत्नी को बच्चों के ठीक हो जाने का आश्वासन देकर शांत कर रहे है.
विरेंद्र के तीन बच्चों की हो चुकी है मौत
इससे पूर्व शहर के महावीरनगर मुहल्ला निवासी विरेंद्र पासवान के तीन बच्चों की मौत डायरिया की चपेट में आने से गत 5 से 9 सितंबर के बीच हो चुकी हैं. अभी भी विरेंद्र के शेष पांच बच्चे डायरिया की चपेट में हैं. दुर्भाग्य की बात यह भी है कि बाढ़ के बाद अब भी शहर के कई इलाकों में जल-जमाव की स्थिति बनी हुई हैं. तेज धूप निकलने के कारण पानी सड़ रहा है. कचरा की सड़ांध असहनीय हो रही हैं. मेहनत-मजदूरी करने वालों लोगों के मुहल्ला का चापाकल सड़े-गले पानी के बीच हैं. जहां से पानी भर कर पीना लोगों की मजबूरी बनी हुई हैं. जिस कारण महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा हैं.
सिविल सर्जन बोले
सिविल सर्जन डा विंदेश्वर शर्मा बताते है कि डायरिया के रोकथाम को लेकर विचार-विमर्श कर तैयारी की रूपरेखा बनायी जा रही हैं. हालांकि महावीरनगर व आदर्शनगर मुहल्ला का मामला सामने आने के बाद भी सदर अस्पताल के अलावा जिले के सभी पीएचसी प्रभारी को डायरिया के मरीज पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया हैं.
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