समीक्षा. लोग धैर्य रखें, प्रशासन को उनके दुख-दर्द की है चिंता : डीएम
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राहत पहुंचाने के प्रति प्रशासन संकल्पित
समीक्षा. लोग धैर्य रखें, प्रशासन को उनके दुख-दर्द की है चिंता : डीएम सीतामढ़ी : डीएम राजीव रौशन ने कहा है कि वैसे घर जहां बाढ़ का पानी घुस गया है, लोगों को तबाही का सामना करना पड़ा है, उन्हें बाढ़ पीड़ित माना जाएगा. साथ ही उन्हें राहत का लाभ दिया जाएगा. डीएम ने कहा […]
सीतामढ़ी : डीएम राजीव रौशन ने कहा है कि वैसे घर जहां बाढ़ का पानी घुस गया है, लोगों को तबाही का सामना करना पड़ा है, उन्हें बाढ़ पीड़ित माना जाएगा. साथ ही उन्हें राहत का लाभ दिया जाएगा.
डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितों की सेवा को संकल्पित है. उनकी हर एक परेशानी को दूर कराना जिला प्रशासन का कर्तव्य है. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. पीड़ित लोग धैर्य रखे, प्रशासन उनके दुख-दर्द की चिंता है. डीएम श्री रौशन शनिवार की शाम समाहरणालय के विमर्श कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे. डीएम ने कहा कि जिन घरों में चार-पांच दिनों तक नदी में आयी बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाये और उन घरों का जीवन प्रभावित हो तो उन्हें बाढ़ प्रभावित माना जाएगा.
डीएम ने कहा कि राहत का मतलब तुरंत मिलने वाली सहायता है. बाद में सहायता पहुंचाने का कोई मतलब नहीं रह जाता. लिहाजा जिला प्रशासन भी लोगों तक जल्द से जल्द राहत पहुंचाने में लगी है. डीएम ने बताया की जिले के 70 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए है. जिन्हें चूड़ा-चीनी उपलब्ध कराया गया है.
12538 पॉलीथीन सीट पीड़ितों को उपलब्ध कराया गया है. 35 हजार लोगों तक फूड पैकेट पहुंचाया गया है. लगभग 25 हजार लोगों तक फूड पैकेट तैयार है. वहीं फूड पैकेटिंग का काम अब प्रखंड व अनुमंडल स्तर पर भी पैकेटिंग जारी है. 17 प्रखंडों में नोडल पदाधिकारी राहत व वितरण कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे है. डीएम ने बताया की 186 मेडिकल कैंप में 26,399 लोगों का इलाज कराया गया है. इसके अलावा 18,175 पशुओं की चिकित्सा की गयी है. डीएम ने बताया की जिले में 11 स्थानों पर तटबंध टूटे थे. जिससे बड़ी आबादी प्रभावित हुई थी. इस दौरान 44 लोगों की मौत हुई है. डीएम ने बताया की जिले में 185 सरकारी नाव उपलब्ध है. रून्नीसैदपुर व बोखड़ा में नाव चल रहे है. इसके अलावा एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीम से जरूरत के अनुसार काम लिया जा रहा है. डीएम ने बताया की टूटे तटबंधों के मरम्मत का काम जारी है. दो दिनों में काम पूरा कर लिया जाएगा. बताया की तीन दिनों के भीतर सभी सड़कें दुरुस्त कर ली जाएगी. डीएम ने बताया की जिले में आरडब्ल्यूडी की 194 सड़कें टूटी थी, इनमें 64 का निर्माण पूरा करा लिया गया है. शेष 120 पर काम जारी है. आरसीडी की 8 में से 6 का काम पूरा हो गया है. दो में एक बिहार राज्य पुल निगम की है. दूसरी का स्थायी रूप से निर्माण किया जाएगा. एसएच 87 का काम पूरा हो गया है.
डीएम ने बताया की टूटे पुलों के निर्माण के लिए बिहार राज्य पुल निगम से पत्राचार किया जा रहा है. बताया की बाढ़ से क्षति के आकलन के लिए सर्वेक्षण जारी है. जिला प्रशासन ने 2 सितंबर तक काम पूरा करने की कार्ययोजना तैयार की है. डीएम ने बताया की वर्तमान में 2 राहत शिविर केवल बोखड़ा में चल रहे है. कुल 14 नये चापाकल लगाये गये है. जबकि 3, 222 चापाकलों की मरम्मत की गयी है.
डीएम ने दी प्रेस वार्ता में जानकारी, कहा-राहत व बचाव कार्य जारी
फूड पैकेटिंग का काम युद्धस्तर
पर जारी
70 हजार लोग हुए है बाढ़ से प्रभावित
बाढ़ से क्षति का किया जा रहा आकलन
2 सितंबर तक हर हाल में पीड़ितों तक पहुंचेगा राहत का लाभ
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