आक्रोश. सीतामढ़ी शहर स्थित अंचल कार्यालय के समक्ष भाकपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
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राहत के िलए ”आहत” पीड़ितों का हंगामा
आक्रोश. सीतामढ़ी शहर स्थित अंचल कार्यालय के समक्ष भाकपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन सीतामढ़ी : जिले में बाढ़ के बाद अब लोगों का आक्रोश सामने आ रहा है. राहत नहीं मिलने से आहत लोग कहीं सड़क जाम कर आक्रोश जता रहे है तो कहीं धरना प्रदर्शन कर रहे है. सोमवार को सीतामढ़ी शहर स्थित अंचल […]
सीतामढ़ी : जिले में बाढ़ के बाद अब लोगों का आक्रोश सामने आ रहा है. राहत नहीं मिलने से आहत लोग कहीं सड़क जाम कर आक्रोश जता रहे है तो कहीं धरना प्रदर्शन कर रहे है. सोमवार को सीतामढ़ी शहर स्थित अंचल कार्यालय के समक्ष जहां भाकपा के बैनरतले डुमरा प्रखंड के बाढ़ पीड़ितों ने उग्र प्रदर्शन किया. वहीं नानपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष बाथ असली पंचायत के लोगों ने उग्र प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. जबकी राहत से वंचित बैरगनिया प्रखंड के मूसाचक पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने सीतामढ़ी-बैरगनिया वैकल्पिक पथ को जाम कर आक्रोश जताया. साथ ही सीओ का पुतला फूंका. वहीं भाजपा नेता पर हमला कर दिया.
अंचल कार्यालय का घेराव: सीतामढ़ी. डुमरा प्रखंड के दर्जनों गांवों के लोगों ने सोमवार को शहर स्थित अंचल कार्यालय का घेराव किया. साथ ही प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. भाकपा के बैनरतले विभिन्न गांवों से आये पीड़ितों ने सीओ के नाम 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा.इस दौरान, राहत उपलब्ध कराने, बिजली, सिंचाई, शौचालय, सड़क व राशन आदि की मांग की गयी. प्रदर्शन में उमा शंकर सिंह, अनवर अली अंसारी, वैद्यनाथ हाथी, मो ग्यासुद्दीन, राम बाबू सिंह, आस मुहम्मद अंसारी, नवीन कुमार, नरेश राम, वैद्यनाथ, विजय राय, जगन्नाथ राय, नागेंद्र साह, सलीम अंसारी, शंभु कापड़, नागेंद्र महतो, मो हाकीम अंसारी, यासीन दरजी व छठू बैठा समेत सैकड़ों लोग शामिल थे.
नानपुर प्रखंड कार्यालय के समक्ष पीड़ितों का प्रदर्शन: नानपुर. राहत से वंचित प्रखंड के बाथ असली पंचायत के बाढ़ पीड़ितों सोमवार को पंचायत के उपमुखिया तौसिफ रजा के नेतृत्व में जहां नानपुर प्रखंड कार्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया. वहीं जमकर हंगामा किया. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बाढ़ पीड़ित राहत उपलब्ध कराने की मांग पर अड़े रहे. बाद में सीओ अशोक कुमार यादव के आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त हुआ. प्रदर्शन में पुरुषों के अपेक्षा महिलाएं अधिक नजर आयी. बाढ़ पीड़ित नूरजहां, नसीमा खातून, आलमगीर, अजमेरी खातून, अनवरी खातून, मूसमात असफा व हसनतारा ने बताया की भीषण बाढ़ में सर्वस्व बर्बाद हो गया. जीना मुश्किल हो गया हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर उन्हें राहत उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. वहीं अंचल द्वारा अभी तक सर्वेक्षण भी नहीं कराया गया हैं. जबकि सीओ अशोक कुमार यादव ने बताया की पंचायत का सर्वेक्षण कार्य के लिए टीम को भेजा जा चुका है.
परिहार में राहत नाकाफी: परिहार. परिहार प्रखंड के सभी 27 पंचायत बाढ़ प्रभावित है. बाढ़ से सैकड़ों घर ध्वस्त हो चुके है. अब भी जल जमाव से लोग परेशान है. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उपलब्ध राहत उंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है. प्रशासन की ओर से प्रखंड में मात्र 320 पीस प्लास्टिक ही उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा 40 क्विंटल चुरा व 2 क्विंटल चीनी ही उपलब्ध कराया जा सका है.
सीओ किशोर पासवान ने बताया की अभी 16 पंचायत में बीस-बीस प्लास्टिक मुखिया को उपलब्ध कराया गया. उधर, कई पंचायत के मुखिया नाराज है क्योंकि सीओ के मौखिक आदेश पर पंचायत में हजारों रुपया का चुरा व चीनी बाढ़ पीड़ितों को वितरण कर चुके है, इसका कोई भुगतान अबतक नहीं हो सका है. अब 75 किलो के दर से चुरा व आठ-आठ किलो की दर से चीनी प्रत्येक पंचायत को उपलब्ध कराया गया है. उधर, प्रखंड के धनहा, नरगा दक्षिणी, बेला मच्छपकौनी, लहुरिया, जगदर, परिहार दक्षिणी, सुतिहारा, परसंडी, कोरिया पिपरा व पिपरा विष्णुपुर में अब तक पीड़ितों को पॉलीथीन भी उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
राहत का वितरण नहीं, आक्रोश
चोरौत : प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ ने भीषण तबाही मचायी है. जान माल की नुकसान के साथ ही किसानों के खेतों में लगे अरमान भी बाढ़ के पानी में बह गये है. जबकि प्रशासनिक स्तर पर राहत वितरण की रफ्तार काफी मंद है. वहीं जो राहत उपलब्ध कराया जा रहा है, उससे लोग परेशान है. जिला प्रशासन द्वारा मात्र 72 सीट पॉलीथीन दिया गया है. वहीं आठ क्विंटल चुरा ही दिया गया है. जिसे बांटने से मुखिया परहेज कर रहे है. इधर, राहत नहीं मिलने से पीड़ितों में आक्रोश है.
मूसाचक पंचायत के बाढ़ पीड़ितों ने बैरगनिया में की सड़क जाम
भाकपा कार्यकर्ताओं ने किया धरना-प्रदर्शन : बाजपट्टी . प्रखंड कार्यालय के समक्ष सोमवार को भाकपा की ओर से धरना- प्रदर्शन किया गया. बाद में प्रदर्शनकारियों ने सीओ शशिरंजन प्रसाद यादव को 12 सूत्री मांग सौंपा. उनकी मांगों में बाढ़ से पीड़ित लोगों को शीघ्र राहत सामग्री देने, बाढ़ के पानी में डूब कर मरे हुए लोगों के परिजन को अविलंब अनुदान राशि देने, बाढ़ से क्षतिग्रस्त फसल के मुआवजे का अविलंब भुगतान कराने, बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क को जल्द से जल्द दुरुस्त कराने, बाढ़ में गिरे मकान-झोपड़ी को अविलंब प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने, बाजपट्टी- कुम्मा पथ के शिकाऊ नदी पर बने पुल की शीघ्र निर्माण कराने, गन्ना किसान का भुगतान रीगा चीनी मिल द्वारा शीघ्र कराने, वृक्ष किसान जिनकी उम्र 60 वर्ष है, उन्हें शीघ्र 10 हजार मासिक वृद्धा पेंशन व बकाया राशि उपलब्ध कराने समेत अन्य शामिल है. मौके पर भाकपा के जिला सचिव राजकिशोर ठाकुर, कम्युनिस्ट के प्रखंड सचिव मौजेलाल शर्मा, रामेश्वर मंडल, राधेश्याम साह, लक्ष्मीकांत सिंह व रामसागर बैठा समेत अन्य मौजूद थे.
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