दिघवारा : छपरा-पटना मुख्य सड़क मार्ग पर थाना क्षेत्र के अांबेडकर चौक के समीप सोमवार की सुबह एक अनियंत्रित ट्रक ने बाइक में ठोकर मार दी, जिस घटना में बाइक पर सवार एक ही परिवार के चार लोगों में एक 12 वर्षीय बालक की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि अन्य तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, जिसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. मृतक की पहचान गड़खा थाना क्षेत्र के महमदा गांव निवासी सच्चिदानंद सिंह के पुत्र अमन कुमार के रूप में हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक सच्चिनदानंद सिंह अपनी साली प्रियंका की शादी में शामिल होने दिघवारा थाना क्षेत्र के बसंतपुर नयाटोला आया थे और सोमवार की सुबह साली की विदाई होने के बाद बाइक पर अपने दोनों बेटों एवं एक बेटी को बिठा कर अपने घर महमदा लौट रहे थे, तभी अांबेडकर चौक के समीप उक्त बाइक में अनियंत्रित ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दिया, जिसमें अमन की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि सच्चिदानंद (35 वर्ष), उसका बेटा सुबोध (10 साल) व बेटी सिमरन (8 साल) गंभीर रूप से घायल हो गये,
वहीं बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गयी. घटना के बाद स्थानीय लोगों की पहल पर सभी तीनों घायलों को पीएचसी दिघवारा लाया गया जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद सबों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेज दिया गया. घटना से आक्रोशित लोगों ने ट्रक पर पत्थरबाजी कर शीशा फोड़ डाला, वहीं गोरखपुर निवासी चालक रमेश चंद्र की जम कर पिटाई कर दी. घटना के बाद पुलिस ने ट्रक को जब्त करते हुए ड्राइवर को हिरासत में ले लिया. घटना को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
अमन की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में मचा कोहराम : इसे ही बदकिस्मती कहते हैं कि ननिहाल से अपनी मौसी की विदाई के बाद अपने पिता के साथ बाइक पर सवार होकर अपने घर के निकले अमन की महज एक किलोमीटर के अंदर ही मौत हो गयी.अांबेडकर चौक पर बाइक के एक्सीडेंट होने व अमन के मौत की खबर जैसे ही उसके ननिहाल पहुंची तो परिजनों में कोहराम मच गया और हर कोई घटनास्थल की ओर भागते दिखा.
पीएचसी में नहीं थी पैर रखने की जगह : अमन के अंतिम दर्शन के लिए उसके ननिहाल से सभी रिश्तेदारों का हुजूम पीएचसी पहुँच गया,जिसकारण अस्पताल में पैर रखने तक की जगह नहीं थी.पूरा अस्पताल परिसर मृतक के रिश्तेदारों से पट गया था.सभी घायलों को पीएमसीएच रेफर करने के बाद ही अस्पताल से भीड़ छंट सकी.
मौसी की विदाई के बाद खुद दुनिया छोड़ गया अमन : अमन के शव से लिपटकर मां राखी देवी बारंबार अपनी किस्मत को कोस रही थी. सांत्वना के लिए उठे दर्जनों हाथ भी मां की आंखों से बेटा की मौत के बाद निकलने वाली आंसुओं को नहीं रोक पा रहे थे. मां रोते-बिलखते हुए अपना दर्द अपने परिजनों को सुना रही थी और बारंबार बेहोश हो जा रही थी.शव से लिपटकर मृतक की मौसी, नानी, मामा व अन्य रिश्तेदारों का भी रोते रोते बुरा हाल था.किसे पता था कि मौसी प्रियंका की विदाई के बाद अमन जिंदगी को ही अलविदा कह जायेगा.
ननिहाल के लोगों का भी बड़ा दुलारा था अमन : मृतक अमन तीन भाई बहनों में सबसे बड़ा था, जिस कारण वह ननिहाल में सबका दुलारा था. नानी प्रभावती कुंवर के अलावा वह अजीत, संजीत, छट्ठू, राकेश व कमलेश मामा का भी दुलारा था. ननिहाल वालों को इस बात का दर्द था कि उनके यहाँ शादी में आने व लौटने के क्रम में अमन की मौत हो गयी जिस कारण उनके परिवार पर जीवन भर का लांछन लग गया,जो जल्दी नहीं मिटेगा.
घायल पिता का भी दाहिना पैर टूटा, बेटा बेटी भी घायल : सड़क दुर्घटना में घायल बाइक चालक व मृतक के पिता सच्चिदानंद सिंह को भी गंभीर चोटें आई है,वहीं उसका दाहिना पैर भी टूट गया है.इसके अलावे घायल का बेटा सुबोध व बेटी सिमरन भी घायल हुई है.तीनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है.
आक्रोशित भीड़ का शिकार हुआ ड्राइवर,किसी तरह बची जान : अमन की मौत की खबर मिलने के बाद अमन के ननिहाल का हर सदस्य घटनास्थल की ओर दौड़ा, जिससे घटनास्थल पर भीड़ इक्कठी हो गयी और आक्रोशित भीड़ ने ड्राइवर रमेश चंद को निशाना बनाते हुए जम कर धुन डाला और ट्रक को भी क्षतिग्रस्त किया.समय रहते ग्रामीणों की पहल नहीं होती और न ही पुलिस पहुंचती, तो ड्राइवर की जान बचना भी मुश्किल था.
क्या कहते हैं अधिकारी
घटना के बाद त्वरित पहल करते हुए पुलिस ने ट्रक को जब्त करते हुए ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है,वहीं शव को पोस्टमॉर्टम के लिए छपरा भेज दिया गया. घटना के बाद इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन जारी है.कोई जाम नहीं लगा था.घटना को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
सतीश कुमार, थानाध्यक्ष, दिघवारा