दिघवारा : नोट बंदी की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के आदेश का हश्र व लोगों का दर्द देखना हो तो दिघवारा आये,आपको स्थिति देख समझ में आ जायेगा कि सरकार घोषणा क्या-क्या कर रही है और उन घोषणाओं का कितना लाभ बैंक के ग्राहकों को मिल रहा है? आज भी प्रखंड के किसी भी बैंकों में बुजुर्ग व दिव्यांगों के लिए कोई अलग से लाइन नहीं लग रही है, क्योंकि इन बैंकों के पास इतने लाइन लगाने के लिए पर्याप्त जगह ही नहीं है.
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एटीएम व उपडाकघर में नहीं बदले जा रहे नोट
दिघवारा : नोट बंदी की घोषणा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी के आदेश का हश्र व लोगों का दर्द देखना हो तो दिघवारा आये,आपको स्थिति देख समझ में आ जायेगा कि सरकार घोषणा क्या-क्या कर रही है और उन घोषणाओं का कितना लाभ बैंक के ग्राहकों को मिल रहा है? आज भी प्रखंड के किसी […]
घोषणा के बाद से नहीं खुल सका है एटीएम बूथ : पीएम की घोषणा के बाद से अभी तक दिघवारा का कोई एटीएम नहीं खुल सका है. बस स्टैंड के पास स्टेट बैंक के एटीएम में रुपये नहीं हैं, फिर भी गार्ड सुरक्षा की ड्यूटी में तैनात दिनभर ग्राहकों के व्यंग्य बाण को झेलता है. बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम आउट ऑफ आर्डर है तो बैंक ऑफ बड़ौदा का एटीएम शो पीस बन गया है. एक्सिस बैंक का एटीएम में लोगों के लिए रुपया उगलने में नाकामयाब है.
डाक घर में नहीं आयी राशि, प्रतिदिन निराश लौट रहे लोग : नोट बंदी की घोषणा के बाद कहा था कि आम लोग डाक घर में पहचान पत्र के सहारे अपने पुराने नोटों को बदल सकेंगे. मगर घोषणा के छह दिनों बाद भी अब तक दिघवारा उप डाकघर में राशि नहीं आने के कारण नोटों को एक्सचेंज करने का काम अब तक शुरू नहीं हो सका है.
हर बैंकों का फेल है सिस्टम, हर का है अपना अपना नियम : सरकार अपनी बात कहती है और बैंककर्मी अपनी तकलीफ बयां करते हैं. दिघवारा में बैंकों में रुपये बदलने का अपना-अपना नियम लागू है. राशि कमी का बहाना बनाकर बैंक ग्राहकों को तय सीमा की राशि भी नहीं पा रही है. हर दिन बैंकों द्वारा रुपये के बदलने में आना कानी की जाती है तो कई बैंकों में महज दो हजार के ही नोट बदले जाते हैं. किसी बैंक में रुपये एक्सचेंज करने का फॉर्म नहीं है तो किसी में जमा व निकासी फॉर्म नहीं दिया जाता है.
एटीएम व डाक घर में नोट नहीं मिलने के कारण बैंकों में उमड़ती है भीड़ : प्रखंड के हर सरकारी बैंकों में सुबह 6 बजे से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़नी शुरू जो जाती है. पहले ग्राहक चार घंटे लाइन में संघर्ष करते हैं फिर बैंक खुलने के बाद घंटों लाइन में लगने के बाद ग्राहकों को राशि नसीब हो पाती है. एटीएम द्वारा पैसा न उगलने व उप डाकघर में नोट बदलने का कार्य शुरू नहीं होने के कारण बैंकों में अप्रत्याशित भीड़ उमड़ रही है, जिससे ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ी है.
शौचालय व पेयजल की सुविधा नसीब नहीं : अधिकांश बैंकों के शौचालयों में ताला जड़ा है. कहीं ताला खुला भी है तो वहां इंतजार करने वाले ग्राहकों की भीड़ है. नगर के मुख्य बाजार में कहीं भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है.
स्टेट बैंक आरसीसी ब्रांच में ग्राहकों ने किया हंगामा : शहर के श्याम चौक स्थित स्टेट बैंक आरसीसी ब्रांच के पास लाइन में खड़े लोगों ने अपना धैर्य खो दिया और बैंक के बाहर शोरगुल करने लगे. लाइन में खड़े लोगों का कहना था कि बैंक में मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है और लाइन के साइड से भी काम हो रहा है जिससे घंटों से खड़े लोगों का काम नहीं हो पा रहा है. हालांकि बैंक सुरक्षाकर्मियों के समझाने पर उग्र होते लोग शांत हो गये. लोगों ने कहा परेशान किया जा रहा है.
नोटबंदी : छठा दिन
एटीएम बंद रहने व डाक घर में राशि नहीं बदलने से बैंकों में भयावक बनी है स्थिति
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