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शराबबंदी में जिले को दूसरा स्थान रे पर मिला दूसरा स्थान

एसपी को मिला उत्पाद पदक जब्त छपरा (सारण) : शराबबंदी कानून लागू होने के बाद शराब जब्त करने और शराब के कारोबारियों को पकड़ने में इस जिले को दूसरा स्थान हासिल हुआ है. साथ ही सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष को बिहार सरकार ने उत्पाद पदक से भी नवाजा है. 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी […]

एसपी को मिला उत्पाद पदक जब्त

छपरा (सारण) : शराबबंदी कानून लागू होने के बाद शराब जब्त करने और शराब के कारोबारियों को पकड़ने में इस जिले को दूसरा स्थान हासिल हुआ है. साथ ही सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष को बिहार सरकार ने उत्पाद पदक से भी नवाजा है. 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बाद शराब कारोबारियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
इस जिले की करीब 25 किमी का इलाका पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है. बिहार-यूपी की सीमा के बीच सरयू नदी है. यूपी से बिहार आने के लिए एक मात्र सड़क पुल इस जिले में है. मांझी में जयप्रभा सेतु से होकर एनएच 19 गुजरती है. लेकिन अन्य स्थानों पर नाव से भी नदी पार कर लोग आते-जाते है. इन्हीं रास्तों से यूपी से बिहार में शराब लाने का कारोबार चल रहा है. शराब बनाने, बेचने तथा सेवन पर प्रतिबंध के बावजूद काफी मात्रा में जगह-जगह विदेशी शराब की बरामदगी का मुख्य कारण पड़ोसी राज्य यूपी के बलिया से शराब लाया जाना है.
23 हजार लीटर शराब बरामद : पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बाद जिले में अबतक 23 हजार लीटर शराब बरामदगी हुई है. सबसे अधिक विदेशी शराब बरामद हुआ है. चार पहिया वाहनों समेत 50 बाइक पुलिस ने जब्त की है. एक ट्रक, चार स्कार्पियों, चार पीक अप वैन आदि शामिल है. अब तक कुल 480 स्थानों पर छापेमारी हो चुकी है. अवैध शराब का कारोबार करने वाले 254 व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
एएसपी समेत एक दर्जन पुलिसकर्मी पुरस्कृत : शराबबंदी कानून को लागू करने में महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए सरकार ने एसएसपी मनीष समेत एक दर्जन पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत करने की स्वीकृति दी है. पुरस्कृत किये गये पदाधिकारियों में मांझी थानाध्यक्ष, अमनौर थानाध्यक्ष, रिविलगंज थानाध्यक्ष, मुफस्सिल थानाध्यक्ष, सहाजितपुर थानाध्यक्ष, परसा थानाध्यक्ष भी शामिल है. इन क्षेत्रों में शराब और स्पिरिट की बड़ी खेप की पुलिस ने पकड़ने में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की है.
सरकारी संपत्ति घोषित करने की प्रक्रिया शुरू : शराब की ढुलाई करते पकड़े गये वाहनों को सरकारी संपत्ति घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. एक ट्रक, दो पीक अप वैन, चार स्कार्पियों, एक अल्टो कार और दो दर्जन से अधिक दुपहिया वाहनों को सरकारी संपत्ति घोषित करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. जिसे डीएम के माध्यम से सरकार को भेजा जायेगा.
2 अक्तूबर से होगी और सख्ती : गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्तूबर से शराबबंदी, नशाबंदी को और सख्ती से लागू किया जायेगा. गांजा, भांग, मोकदम, लहरी तथा अन्य मादक पदार्थ बेचने वालों पर नकेल कसा जायेगा. उनके विरुद्ध व्यापक अभियान चलेगा. चाय की दुकानों और चौक-चौराहों पर भांग तथा लहरी जैसे नशीले पदार्थ बेचने वालों को पकड़ा जायेगा.
दवा दुकानों की जांच शुरू : पुलिस की नजर होमियोपैथिक दवा दुकानों और प्रतिबंधित ऐलोपैथिक दवाएं बेचने वाले दुकानों पर भी है. 100 एमएल से बड़े बोतलों रखने पर होमियोपैथिक दवाओं पर रोक है. एलोपैथ की कई दवाएं नशे के रूप में इस्तेमाल होती है. उसपर भी प्रतिबंध है, लेकिन दवा दुकानों में चोरी-छिपे बिक्री की जा रही है. शराबबंदी और नशाबंदी लागू करने के लिए होमियोपैथ व एलोपैथ की दवा दुकानों की जांच शुरू कर दी गयी है. औषधि निरीक्षकों के नेतृत्व में छापेमारी का निर्देश दिया गया है. छापेमारी दल में पुलिस तथा मजिस्ट्रेट को प्रतिनियुक्त किया गया है.
480 स्थानों पर छापेमारी, 254 कारोबारी गिरफ्तार
एएसपी समेत एक दर्जन पुलिस पदाधिकारी पुरस्कृत
क्या कहते हैं एसपी
शराबबंदी कानून को सफल बनाने में सक्रिय योगदान के लिए सारण को राज्य स्तर पर दूसरा स्थान हासिल हुआ है. इसके लिए सरकार की ओर से प्रशस्ति पत्र दिया गया है. सराहनीय कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया गया है.
पंकज कुमार राज, पुलिस अधीक्षक, सारण

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