छह माह से थानों में बेकार पड़े हैं वाहन
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लावारिस वाहनों के नहीं मिल रहे दावेदार
छह माह से थानों में बेकार पड़े हैं वाहन छपरा (सारण) : थानों में 6 माह से पड़ी 60 वाहनों के दावेदार नहीं मिल रहे है. पुलिस लावारिस मिले तथा अपराधियों के पास से बरामद वाहनों के स्वामियों-दावेदारों की तलाश कर रही है. वाहनों के स्वामी तथा दावेदारों के नहीं मिलने से पुलिस परेशान है. […]
छपरा (सारण) : थानों में 6 माह से पड़ी 60 वाहनों के दावेदार नहीं मिल रहे है. पुलिस लावारिस मिले तथा अपराधियों के पास से बरामद वाहनों के स्वामियों-दावेदारों की तलाश कर रही है. वाहनों के स्वामी तथा दावेदारों के नहीं मिलने से पुलिस परेशान है. इसको लेकर अनुसंधान कर्ता, थानेदार, पुलिस निरीक्षक और एसडीपीओ स्तर के अधिकारी इसको लेकर परेशान है.
जिले के सभी थानों में दर्ज वाहन चोरी के मामलों और बरामद वाहनों का मिलान किया जा रहा है. सबसे अधिकर नगर, मशरक, खैरा, भेल्दी, मढौरा, भगवान बाजार थाने में जब्त वाहन रखी गयी है. वाहनों के मालिक तथा दावेदार नहीं मिलने के कारण इंश्योरेंस कंपनियों के वैसे वाहन हस्तगत कराया जा सकता है
जिनके स्वामी इंश्योरेंस कंपनी से बीमा राशि का भुगतान ले चुके है. वाहन चोरी के दर्ज मामलों में वैसे कांडों को चिह्नित किया जा रहा है. जिसमें चोरी गये वाहनों की बीमा राशि का भुगतान हो चुका है.
6 माह में 100 से अधिक वाहन बरामद : पुलिस ने 6 माह के अंदर 100 से अधिक वाहनों को बरामद किया गया है. करीब 40 वाहनों के उसके स्वामी अपना वाहन ले जा चुके है. लेकिन 60 वाहनों को कोई दावेदार सामने नहीं आ रहा है.
थाने में लावारिस पड़ी पांच दर्जन वाहनों को अपराधियों के साथ पकड़ा गया. वाहन जांच के दौरान भी जब्त किये गये एक दर्जन दोपहिया वाहनों के दावेदार नहीं पहुंचे है.
एसपी ने दिया निर्देश : पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज ने 6 माह से अधिक समय से थानों में पड़ी दावा विहीन वाहनों की विवरण तैयार कर समर्पित करने का निर्देश दिया है. छापेमारी के दौरान जब्त तथा लावारिस हालत में मिले वाहनों की विवरण तैयार करने को कहा गया है, जिसका कोई दावेदार स्वामी नहीं आ रहा है.
इंजन, चेसिस तथा रजिस्ट्रेशन नंबर का सत्यापन परिवहन विभाग से कराने को कहा गया है. रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वाहन मालिकों का नाम पता लगाकर उसकी जांच करने को कहा गया है.
इंश्योरेंस कंपनियों को भेजी जायेगी सूची : थाने में पड़ी दावा विहीन वाहनों की सूची इंश्योरेंस कंपनियों को भी भेजी जायेगी और उसके स्वामी का नाम पता का सत्यापन इंश्योरेंस के आधार पर किया जायेगा. जिन वाहनों के बीमा का क्लेम वाहन स्वामी उठा चुके है, उसे बीमा कंपनियों को सौंपा जा सकता है. इसके लिए बीमा कंपनियों को वांछित कागजात के साथ दावा पेश करना होगा.
क्या है बाधा : थाने में रखी गयी दावा विहीन वाहनों के हकदारों,
दावेदारों को ढूंढ़ने में सबसे बड़ी बाधा रजिस्ट्रेशन नंबर गलत लिख होना है. अधिकांश बरामद वाहनों के नंबर प्लेट पर लिखे गये रजिस्ट्रेशन गलत है. रजिस्ट्रेशन और इंजन-चेसिस नंबर में काफी असमानता है. जिस इंजन और चेचिस नंबर के आधार पर वाहनों का पंजीकरण नंबर निर्गत है. वह किसी अन्य का है. इस वजह से अनुसंधान कर्ता भी परेशान है. दरअसल वाहन चुराने के बाद चेसिस नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर बदल दिया जाता है.
क्या कहते है एसपी
थानों में पड़ी दवा विहीन 60 वाहनों के मालिकों की खोज की जा रही है. परिवहन विभाग तथा इंश्योंरेंश कंपनियों से भी सहयोग लिया जा रहा है. जिन वाहनों का कोई दावेदार नहीं मिलेगा,
उसे इंश्योरेंस कंपनियां वांछित कागजातों के साथ दावा पेश कर हासिल कर सकती है. यह प्रमाणिक करना होगा कि इंश्योरेंस कंपनी ने बीमा राशि का भुगतान कर दिया है.
पंकज कुमार राज, पुलिस अधीक्षक, सारण
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