छपरा (सारण) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा के कड़े प्रबंध प्रशासन के द्वारा किये गये थे. हवाई अड्डा, रामजयपाल कॉलेज, राजेंद्र स्टेडियम, समाहरणालय में बड़ी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया था. हवाई अड्डा से लेकर दारोगा राय चौक तक बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती से पूरा शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
सुबह से ही लाठी बल, सशस्त्र बल तथा पुलिस पदाधिकारियों को तैनात कर दिया गया था. सुरक्षा व्यवस्था की कमान खुद पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार राज ने संभाली. सहायक पुलिस अधीक्षक मनीष तथा अपर पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण कुमार, एसडीपीओ मो अली अंसारी, अशोक कुमार सिंह को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया था. मुख्यमंत्री के सुरक्षा दल में शामिल विशेष सुरक्षा कर्मी मंच की सुरक्षा में लगे थे.
हेलीपैड से लेकर समारोह स्थल और समाहरणालय सभागार तक पटना से आये सुरक्षा कर्मी तैनात रहे. सुरक्षा के मद्देनजर राजेंद्र स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर फ्रेम डोर मेटल डिटेक्टर लगाये गये थे. नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार, भगवान बाजार थानाध्यक्ष महेश प्रसाद यादव तथा यातायात प्रभारी नीलमणि रंजन हवाई अड्डा से लेकर दारोगा राय चौक तक लगातार पेट्रोलिंग करते रहे.
दर्जनों स्थान पर बना ड्राॅप गेट : सुरक्षा प्रबंधों को पुख्ता बनाने के लिए मुख्य सड़क से जुड़नेवाले संपर्क पथों पर ड्राॅप गेट बनाये गये थे. हवाई अड्डा से लेकर दारोगा राय चौक तक वाहनों का आवा-गमन नियंत्रित कर चलाया गया. गांधी चौक, मेवालाल चौक, मौना चौक, नगरपालिका चौक, थाना चौक, महमूद चौक, दारोगा राय चौक समेत अन्य स्थानों पर ड्राॅप गेट बनाये गये थे.
जनप्रतिनिधियों से जाना विकास योजनाओं का ब्योरा
इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री कुमार ने सारण, सीवान, गोपालगंज से आये कम-से-कम तीन दर्जन जनप्रतिनिधियों से प्रमंडल में विकास एवं कल्याण की योजनाओं की प्रगति के संबंध में जानकारी व सुझाव लिये. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि सरकार के सात निश्चयों को धरातल पर उतारने में पदाधिकारियों के साथ पूरी तरह तालमेल बना कर
आमजनों की उम्मीदों पर खरा उतरने का हर संभव प्रयास करें. बैठक के दौरान छपरा के विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने मुख्यमंत्री को आठ सूत्री मांग पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने छपरा नगर पर्षद को नगर निगम का दर्जा दिये जाने की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए अविलंब कार्रवाई का भरोसा दिलाया.
बिहार का गौरवशाली अतीत लौटेगा : डॉ अशोक
शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी ने कहा है कि बिहार अपने गौरवशाली अतीत को वापस लायेगा. जीविका की ओर से आयोजित कार्यक्रम में डॉ चौधरी ने कहा कि शराबबंदी लागू करना मामूली बात नहीं है. बापू के चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं. शराबबंदी लागू करना बापू का सपना था, जिसे लागू कर सीएम नीतीश कुमार की सरकार ने एक नये सत्याग्रह का सूत्रपात किया है. सामाजिक आंदोलन है शराबबंदी : चंद्रिका
परिवहन मंत्री चंद्रिका राय ने कहा है कि शराबबंदी बहुत बड़ा सामाजिक-सांस्कृतिक आंदोलन है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी लागू होने से वह लोग भी खुश हैं, जो शराब पीते थे. गांव से शहर तक का माहौल बदला है. लोगों का सोच बदला है. इससे सामाज में शांति व सद्भावना कायम हुई है. उन्होंने कहा कि गुजरात में भी शराबबंदी लागू है, लेकिन कानून कमजोर है.
कुप्रथा को किया दूर : मुनेश्वर
खनन एवं भूतत्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शराबबंदी लागू कर एक बहुत बड़ी कुप्रथा को दूर करने का प्रयास किया है, जिसे सफल बनाने में सभी का सहयोग अपेक्षित है. उन्होंने महिलाओं से अपील की कि नीतीश कुमार की इस मुहिम को सार्थक बनाने के लिए आगे भी आंदोलन जारी रखें. उन्होंने कहा कि महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी लागू की गयी है.
सख्ती से लागू शराबबंदी कानून : आयुक्त
शराब बंदी कानून को सख्ती से लागू किया जा रहा है. उक्त बातेंं प्रमंडलीय आयुक्त प्रभात शंकर ने राजेंद्र स्टेडियम में आयोजित जीविका के शराबबंदी कार्यक्रम में बुधवार को कहीं. उन्होंने कहा कि प्रमंडल के सभी जिलों में सरकारी निर्देशों का अक्षरश: अनुपालन हो रहा है. शराबबंदी कानून लागू होने से एक साथ कई समस्याओं का निराकरण हुआ है. उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा लिया कि आपकी उम्मीद व सपनों के अनुरूप अधिकारी कार्य कर रहे हैं. आयुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे प्रमंडल के सभी थानों की पुलिस के द्वारा सघन जांच की जा रही है.
एक दिन का मजा 10 साल की सजा : सिंह
एक दिन के मजे के लिए मिलेगी
दस साल की सजा. उक्त बातें मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने राजेंद्र स्टेडियम में जीविका की ओर से आयोजित नशाबंदी कार्यक्रम में बुधवार को कहीं. उन्होंने
कहा कि सीमा पार शराब पीने जानेवालों को महिलाएं सचेत करें और उन्हें यह बात बताएं कि
एक दिन मजा करने के एवज में 10 वर्ष की सजा मिलेगी. उन्होंने शराबबंदी अभियान की चर्चा
करते हुए इस नये कानून के लागू होने से महिलाओं को सबसे अधिक लाभ पहुंचा है. महिलाएं पहले से प्रयासरत थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी.
बाबा साहेब का सपना हुआ साकार : शिवचंद्र
कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा शराबबंदी लागू होने से बाबा साहेब का सपना साकार हुआ है. बाबा साहब भीम राव अांबेडकर शराबबंदी लागू करने के बहुत बड़े हिमायती थे. उन्होंने कहा कि इसका सबसे अधिक लाभ उन दलित व कमजोर वर्ग के परिवारों को होगा.
, जो हमेशा शराब के नशे में डूबे रहते थे. अब वह अपने परिवार के आर्थिक व शैक्षणिक विकास के लिए सोचेंगे.