छपरा (सदर) : सारण समाहरणालय के जिले से लेकर प्रखंड मुख्यालय के कर्मचारियों के तबादले को लेकर चर्चाएं जारी हैं. विभागीय नियमानुसार कम-से-कम तीन साल पर समाहरणालय कर्मियों का तबादला होना चाहिए. परंतु, सारण समाहरणालय में तो कई कर्मी एक ही टेबुल पर पांच से 10 वर्ष तक या इससे भी ज्यादा समय तक जमे हुए हैं.
ऐसे कर्मियों की एक ही स्थान पर तैनाती के पीछे कमोबेश राजनीतिक पहुंच व कथित प्रशासनिक उदासीनता व मिलीभगत बतायी जाती है. नियमानुसार, प्रति वर्ष जून के अंत में कर्मचारियों का तबादला होता है. इस बार भी नये डीएम अभिजीत सिन्हा कर्मचारियों के तबादले को लेकर गंभीर है.
हालांकि अभी तक तबादला से संबंधित लिस्ट निकला नहीं है. बावजूद प्रतिदिन तबादले से संबंधित सूची के निकलने या सूची तैयार हो जाने को लेकर अफवाहें उड़ रही है. हालांकि विगत पांच वर्षो से कई कर्मचारियों के तबादले तो हुए, जिसमें प्रशासनिक आधार पर, अभ्यावेदन के आधार पर या सामान्य तबादले भी हुए. परंतु, समाहरणालय कर्मियों की तबादले से संबंधित विसंगति की चर्चाएं हमेशा होती रहीं.
हालांकि इस बार जिला पदाधिकारी के द्वारा तबादले को लेकर विशेष सावधानी बरते जाने से कर्मचारियों में इस बात की चर्चा है कि तबादला पूरी तरह जहां नियमानुसार होगा. वहीं तबादले से संबंधित आदेश का भी अनुपालन हर हाल में वैसे भी कर्मचारियों को करना होगा, जो पूर्व में हुए तबादले के बावजूद येन-केन प्रकारेण अपने कार्यालय में जमे रहे.
* समाहरणालय सेवा के कर्मचारियों की सूची जिला पदाधिकारी को भेज दी गयी है. तबादले से संबंधित निर्णय जिला पदाधिकारी स्तर से ही लिया जायेगा. ऐसी स्थिति में एक दो दिनों के बाद ही तबादलों की सूची जारी होगी.
कुमार विनोद, वरीय उपसमाहर्ता सह प्रभारी स्थापना शाखा, छपरा, सारण
* एक ही कार्यालय में पांच से 10 वर्षो या इससे ज्यादा जमे हैं कई कर्मी
* एक-दो दिनों में तबादला सूची जारी होने की उम्मीद