छपरा : जिले में पोषण माह अभियान के तहत सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर 11 से 24 वर्ष तक के किशोरी मंडल की मासिक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में किशोरियों की व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी, यौन संबंधित शिक्षा की आवश्यकता, किशोरावस्था के बारे में पूर्ण जानकारी, किशोरियों के लिए शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी.
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केंद्रों पर किशोरियों को दी गयी आयरन फोलिक एसिड की दवा
छपरा : जिले में पोषण माह अभियान के तहत सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर 11 से 24 वर्ष तक के किशोरी मंडल की मासिक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में किशोरियों की व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी, यौन संबंधित शिक्षा की आवश्यकता, किशोरावस्था के बारे में पूर्ण जानकारी, किशोरियों के लिए शिक्षा के महत्व के […]
किशोरी-बालिकाओं को सर्वप्रथम आयरन गोली के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी. इसके बाद मासिक धर्म के दौरान होने वाले संक्रमण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी.
सभी को स्वच्छता के बारे में जानकारी देते हुए आयरन पोषण के सेवन के लिए प्रोत्साहित करते हुए आयरन के महत्व के बारे में पूर्ण रूप से समझाया गया. साथ ही संतुलित आहार के सेवन के बारे में भी बताया गया. वहीं कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर हाथ धुलाई कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. इसमें बच्चों को खाने से पहले एवं शौच के बाद हाथ धोने के बारे में बताया गया. यहां बता दें कि जिले में 1 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है.
इसको लेकर विभाग की ओर से मासिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है. इसमें तिथिवार कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 10-19 वर्ष तक के किशोरियों को साप्ताहिक आयरन फॉलिक एसिड पोषण माह अभियान के तहत दवा खिलायी गयी.
एनिमिया है एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या
आइसीडीएस की डीपीओ वंदना पांडेय ने बताया कि एनिमिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो स्वास्थ्य व तंदुरुस्ती के साथ-साथ पढ़ने एवं काम करने की क्षमता को भी विपरीत रूप से प्रभावित करती है. इसी को लेकर किशोर-किशोरियों की बेहतर स्वास्थ्य को लेकर कदम उठाया गया है.
जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों में किशोर-किशोरियों को दवा खिलायी जाती है. वहीं, विद्यालय नहीं जाने वाली किशोरियों आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से दवा दी जाती है. प्रत्येक बुधवार को प्रशिक्षित शिक्षक-शिक्षिका एवं स्कूल नहीं जाने वाली किशोरियों को आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से खिलाया जाता है.
ऊपरी आहार थीम पर चल रहा है पोषण माह
पिछले वर्ष प्रधानमंत्री द्वारा पोषण अभियान की शुरुआत की गयी थी एवं सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया गया था. इसी क्रम में इस वर्ष भी सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. ‘ऊपरी आहार’ इस वर्ष की थीम पर अभियान चलाया जा रहा है. सितंबर के प्रथम सप्ताह में जिला स्तर पर सेमिनार का आयोजन किया जायेगा.
इसमें पोषण के महत्व एवं पोषण अभियान के तहत की जाने वाली गतिविधियों पर चर्चा की जायेगी. इसमें सभी नौ विभागों के जिलास्तरीय प्रतिभागी शामिल होंगे. पोषण माह के दौरान सामुदायिक स्तर पर आयोजित की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का विशेष आयोजन किया जा रहा है. इसमें अन्नप्राशन दिवस, गोदभराई एवं प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा दिवस के आयोजन मुख्य रूप से शामिल हैं.
मकेर में एचएसएसी पर आरोग्य दिवस का हुआ आयोजन
मकेर प्रखंड के एचएसएसी पर आरोग्य दिवस का आयोजन किया गया. इसमें गर्भवती महिलाओं, किशोरी एवं 0 से पांच साल तक बच्चे को स्वास्थ्य संबंधित जानकारी दी गयी. वहीं आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा 10 किशोरियों को साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड की दवा खिलायी गयी. आरोग्य दिवस में गर्भवती महिला का वजन, बीपी, हीमोग्लोबीन, यूरिन एल्बुमाइन तथा पेट संबंधित जांच की गयी.
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