मांझी (सारण) : यूपी और बिहार को जोड़ने वाले जयप्रभा सेतु से सरयू नदी में एक महिला ने बुधवार को अपने दो बच्चों को फेंक दिया. इसके बाद तीसरे बच्चे को लेकर छलांग लगाने ही वाली थी कि स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ लिया. सरयू में फेंके गये दोनों बच्चे तेज बहाव में बह गये. खोजबीन के बाद भी उनका कुछ पता नहीं लग सका है. बताया जाता है कि दिन के करीब 11 बजे जयप्रभा सेतु से एक महिला ने अपने एक डेढ़ वर्षीय पुत्र और पांच वर्षीय पुत्री को सरयू नदी में फेंक दिया.
फिर खुद सात वर्षीय एक पुत्री के साथ सरयू नदी में कूदने का प्रयास कर रही थी, तभी राहगीरों ने पकड़ लिया और पुलिस को घटना की सूचना दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को महिला व बच्ची को सौंप दिया. घटना में मांझी थाना क्षेत्र के ताजपुर झखड़ा गांव निवासी अमरजीत राम के डेढ़ वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार और पांच वर्षीय पुत्री निशा कुमारी नदी में बह गये. वहीं अमरजीत राम की पत्नी मनोरमा देवी और सात वर्षीय पुत्री अर्चना कुमारी को बचा लिया गया है. जीवित बची महिला व उसकी पुत्री को मांझी थाने की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. नदी में फेंके गये प्रिंस कुमार व
दो बच्चों को…
निशा कुमारी के शव बरामद नहीं हो सके हैं. पुलिस प्रशासन शवों को ढूंढ़ने की कोशिश कर रहा है और गोताखोरों को लगाया गया है. पुलिस के अनुसार अमरजीत राम और उसकी पत्नी मनोरमा देवी के बीच मंगलवार की रात में विवाद हुआ था. इस कारण मनोरमा देवी अपने एक पुत्र व दो पुत्रियों को लेकर मायके के लिए कहकर घर से निकली थी.
उसका मायके रिविलगंज थाना क्षेत्र के सिताब दियारा लाला टोले में है. लाला टोला निवासी ललन राम की पुत्री है. ग्रामीणों के अनुसार पिछले कई वर्षों से मनोरमा देवी और उनके पति अमरजीत राम के बीच विवाद चला आ रहा है. इसको लेकर कई बार पंचायती भी की जा चुकी है. अमरजीत राम मजदूर है और मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता है. पुलिस का कहना है कि महिला के खिलाफ अपने ही पुत्र व पुत्री की हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है. महिला को हत्या के आरोप में जेल भेजा जायेगा. थानाध्यक्ष अनुज कुमार पांडेय ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.
महिला व तीसरे बच्चे को कूदने से लोगों ने बचाया
दो बच्चों को ढूंढ़ने के लिए नदी में लगाये गये गोताखोर
महिला को हत्या के आरोप में भेजा जायेगा जेल