पूसा : डाॅ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान महाविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक सशक्तीकरण की राह भी प्रशस्त कर रही है. इस महाविद्यालय के स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने में जुटी छात्राओं की तमन्ना खुद के साथ आर्थिक रूप से समाज की महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने की है.
कृषि विश्वविद्यालय के खेल मैदान में शनिवार को आयोजित मेला के पहले दिन गृह विज्ञान विभाग के स्टाल पर पहुंचे पुरुष व महिला किसानों को इन्होंने आर्थिक श्रोत के टिप्स देते हुए बेबाकी से अपनी राय भी रख दी. पीजी की छात्रा सजल प्रिया, अंकिता रेणु व कनक नंदनी ने कहा कि घर के बेकार और अनुउपयोगी वस्तुओं से महिलाएं घर बैठे खिलौने बनाकर स्वरोजगार के माध्यम से कमाई कर सकती है. पापड़ उद्योग के माध्यम से भी अच्छी कमाई की जा सकती है. इसी तरह गीता कुमारी, प्रिया व पूजा कुमारी ने कहा गृह विज्ञान आत्म निर्भर बनने का बेहतर विकल्प है. जरूरत है कि गृहिणी इस विषय की तकनीकी पहलू से परिचित हों. कृतिका, सबिता व अपूर्वा महिलाओं के लिए गृह विज्ञान को रोजगार के माध्यम से आर्थिक स्वतंत्रता की राह प्रसस्त करने की प्रेरणा देती है. शिक्षा प्राप्त करने के बाद महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए वह पहल करेगी. बीज उत्पादन के क्षेत्र में भी इनकी भूमिका को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.