समस्तीपुर : नोटबंदी के कारण शादी विवाह वाले घरों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. केंद्र सरकार की घोषणा के अनुरूप बैंकों के द्वारा लगन वाले घरों को प्रमाण के आधार पर तो कमोबेश नकद रुपये उपलब्ध कराये जा रहे हैं. लेकिन उससे लोगों का काम चल नहीं पा रहा है. ऐसे में लोग आभूषण खरीद के लिए नेट बैंकिंग या फिर चेक का सहारा लेने का विकल्प तलाश रहे हैं. लेकिन इसमें भी आभूषण विक्रेताओं की ओर भारी लोचा लगाया जा रहा है.
पूसा प्रखंड के चंदौली पंचायत अंतर्गत मुजौना गांव के वार्ड 14 निवासी आभाष मिश्र की शादी निर्धारित है. नकदी के माध्यम से कपड़े और अन्य जरूरी सामान की खरीद कर लिये. लेकिन जब भारी रकम की बात आभूषण के समय आयी, तो सकते में पड़ गये. शादी में सक्रिय भूमिका निभाने वाले निरपुर गांव के कैलाश मिश्र कहते हैं कि समस्तीपुर और ताजपुर बाजार का दौर लगा रहे हैं. सोने चांदी के आभूषण की खरीद के लिए विक्रेता नकद रुपये की मांग करते हैं.
अब इस हालात में इतनी बड़ी रकम कहां से उपलब्ध हो पायेगा. सो शादी की दुहाई देकर दुकानदारों को भुगतान के लिए चेक या फिर नेट बैंकिंग का रास्ता सुझाया गया, तो वे तैयार नहीं हो रहे हैं. इससे लगन के घर में मायूसी सी है. उन्होंने कहा कि अब गांव के लोगों से ही पैसे इकट्ठा कर आभूषण खरीदने की तैयारी की जा रही है. कुछ ऐसे ही हालात इसी वार्ड के शरदेंदु शेखर पाठक के घर की है. उनके लड़के की शादी भी इसी महीने तय है. पहले से तो कपड़े और अन्य सामान की खरीद कर चुके हैं.
आभूषण खरीद के लिए संबंधियों के आने की प्रतीक्षा थी. ताकि उनके पसंद से ही खरीद हो. इसी बीच सरकार ने नोटबंदी की घोषणा कर दी. सारा पैसा बैंक में जमा कर आये. काफी परिश्रम के बाद चार दिनों पहले बैंक से रुपये निकाले. अब आभूषण की खरीद में नया बखेड़ा सुनकर हाल बेहाल है. उन्होंने कहा कि इस समस्या से निबटने के लिए अब घर में ही पुराने गहनों से ही काम चलाने पर विचार किया जा रहा है.