समस्तीपुर : सीएस के आदेश पर ओपीडी का समय बदल दिया गया है. अब ओपीडी छह घंटों की जगह 11 घंटों तक चलेगी. हालांकि, धरातल पर अभी इसे लागू नहीं किया जा सका है. सदर अस्पताल के कई चिकित्सकों ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया है. पूर्व में ओपीडी दो शिफ्ट में […]
समस्तीपुर : सीएस के आदेश पर ओपीडी का समय बदल दिया गया है. अब ओपीडी छह घंटों की जगह 11 घंटों तक चलेगी. हालांकि, धरातल पर अभी इसे लागू नहीं किया जा सका है. सदर अस्पताल के कई चिकित्सकों ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया है. पूर्व में ओपीडी दो शिफ्ट में सुबह के आठ बजे से 12 बजे तक एवं शाम के चार बजे से छह बजे चलाया जा रहा था.
इसे अब सुबह के आठ बजे से दो बजे तक और एक घंटे के ब्रेक के बाद तीन बजे से 8 बजे तक चलाने का आदेश दिया गया है. इसका कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों ने विरोध कर दिया है. चिकित्सकों का कहना है कि नियमत: एक चिकित्सक से 12 घंटे लगातार ड्यूटी नहीं लिया जा सकता. इसके लिए पहले तो स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा चिकित्सकों की संख्या बढ़ायी जाये फिर इसे लागू किया जाये. सोमवार को डीएस डॉ एएन शाही ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति एवं स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों के आदेश पर ही ओपीडी के समय को बदला गया है.
स्थिति बिगड़ने पर भेज दिया सदर अस्पताल
दलसिंहसराय स्थित एक निजी अस्पताल द्वारा मरीज का 15 दिनों तक दोहन करने के बाद स्थिति बिगड़ने पर सदर अस्पताल में भेज देने का मामला प्रकाश में आया है. सोमवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में उक्त मरीज को परिजनों ने जब भर्ती कराया, तब मामले का खुलासा हुआ. मरीज दलसिंहसराय के जागेश्वर सदा का
12 वर्षीय पुत्र सोनू सदा बताया जाता है. परिजनों के अनुसार वह पिछले 15 दिनों से बीमार है. दलसिंहसराय के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां काफी इलाज के बाद भी उसका स्वास्थ्य धीरे-धीरे और बिगड़ता चला गया. आगे पैसे देने में असमर्थता जताने के बाद अस्पतालकर्मियों ने उसे सदर अस्पताल भेज दिया. सोमवार को सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ एसके चौधरी ने मरीज की स्थिति को गंभीर बताते हुए भर्ती कराने की सलाह दी है. चिकित्सक के अनुसार बच्चे को टीबी ने गंभीर रूप से जकड़ रखा है.