सरायरंजन : एनएच 28 व एनएच 103 इन दिनों वाहन लुटेरों के लिए सेफजोन बनता जा रहा है. अपराधी घटना दर घटना को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस मुकदर्शक बनी है. हर घटना के बाद अपराधियों को पकड़ने के बजाय अन्य चीजों में ही पुलिस अधिकारियों का वक्त जाया हो रहा है. पिछले कुछ सालों की घटनाओं पर नजर डालें,
तो इन घटनाओं से जहां पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा हैं, वहीं अब लोगों की उंगलियां अब पुलिस की ओर भी उठने लगी हैं. सबसे बड़ी बात है कि घटना दर घटना होने के बावजूद किसी भी मामले में पुलिस अपराधियों की पहचान भी नहीं कर सकी है. चाहे पेट्रोल पंप के समीप कंटेनर के चालक खलासी की हत्या का मामला हो या जनवरी व अगस्त में हुए ट्रक के लूट का. इसके अलावा भी लूट की कई घटनाओं को अपराधियों ने अंजाम दिया, लेकिन पुलिस सिर्फ प्राथमिकी दर्ज ही कर सकी. वैसे मुसरीघरारी थाना क्षेत्र तेल कटिंग के लिए भी पहले से कुख्यात रहा है. वर्ष 2015 में गंगापुर में तेल कटिंग करते तैल टैंकर में आग लगी थी़
मई माह में फतेहपुर गांव से दूध टैंकर सहित दूध की कटिंग करते पुलिस ने पकड़ा था. वहीं अगस्त माह में मुसरीघरारी थाना के ही हुरहिया गांव से गैंस कटिंग करते हुए नौ सिलिंडर, एक बाइक व गैस टैंकर बरामद की गयी थी. अब इस ट्रक लूट की घटना का उद्भेदन करने में पुलिस सफल हो पाती है या यह भी फाइलों में ही रह जायेगी.