समस्तीपुर : समस्तीपुर में पदस्थापित भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता हामीद हुसैन खां को गबन के एक मामले में गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. करोड़ों रुपये के गबन का यह मामला बेगूसराय जिले से जुड़ा हुआ है. इसको लेकर विगत 19 मई 2016 को बेगूसराय के लोहियानगर स्थित नगर थाना में कार्यपालक […]
समस्तीपुर : समस्तीपुर में पदस्थापित भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता हामीद हुसैन खां को गबन के एक मामले में गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है. करोड़ों रुपये के गबन का यह मामला बेगूसराय जिले से जुड़ा हुआ है. इसको लेकर विगत 19 मई 2016 को बेगूसराय के लोहियानगर स्थित नगर थाना में कार्यपालक अभियंता राकेश कुमार द्वारा धारा 409, 420, 34 भादवी के तहत प्राथमिकी (कांड संख्या : 242/2016) दर्ज की गयी थी.
इसमें रोकड़पाल प्रशांत कुमार को नामजद किया गया था. लेकिन पुलिसिया अनुसंधान शुरू होने पर गबन के इस मामले में तत्कालीन कार्यपालक अभियंता हामीद हुसैन खां के साथ साथ एक अन्य तत्कालीन कार्यपालक अभियंता रंजन प्रसाद सिंह, लेखा पदाधिकारी रघुवंश कुमार एवं शैलेंद्र कुमार प्रशांत, प्राक्लन पदाधिकारी छठीलाल राम की सहभागिता भी सामने आयी.
अनुसंधान के उपरांत बेगूसराय एसपी ने अपने पर्यवेक्षण रिपोर्ट में उक्त मामले को सत्य पाते हुए इस कांड में शामिल तत्कालीन कार्यपालक अभियंता हामीद हुसैन खां के साथ साथ सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. साथ ही गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में आरोपियों के घरों की कुर्की जब्ती करने का भी आदेश दिया गया है.
इधर, इस मामले को लेकर जब कार्यपालक अभियंता का पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने काफी देर तक रिंग होने के बाद भी फोन रिसीव नहीं किया. बाद में उनके कार्यालय पर पहुंचकर जानकारी लेनी चाही तो वहां उपस्थित कर्मी मीहीर कुमार झा द्वारा बताया गया कि कार्यपालक अभियंता पटना में हो रही विभागीय बैठक में भाग लेने गये हैं.
क्या है मामला
भवन निर्माण विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार वर्ष 2010 से 2015 तक बेगूसराय प्रमंडल के इस विभाग में अधिकारियों एवं कर्मियों की मिली भगत से निविदा आमंत्रण में भारी अनियमितता बरती गयी थी. इस दौरान सार्वजनिक रूप से बिना निविदा निकाले ही आरोपियों ने अपने निजी लाभ के लिए मनचाहे व्यक्तियों से कार्य करवाया. बीओक्यू की बिक्री एवं अग्रधन से प्राप्त राशि की हेराफेरी कर सरकारी राशि का गबन कर लिया.
साथ ही इस मामले को छिपाने के उद्देश्य से संबंधित कार्यालय से सभी अभिलेखों को गायब कर दिया. इस मामले की शिकायत पर मंत्रीमंडल निगरानी विभाग ने जांच शुरू की. निगरानी विभाग ने जब उक्त कार्यालय से निविदा आमंत्रण से संबंधित अभिलेखों की मांग की, तो उसे उपलब्ध नहीं कराया गया. इसके बाद लोकायुक्त के आदेश पर अधीक्षण अभियंता भवन अंचल दरभंगा के द्वारा एक जांच दल का गठन किया गया. इसके बाद मामले का खुलासा हुआ और गबन से संबंधित प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी.
गबन का मामला
बेगूसराय जिले से जुड़ा है मामला, 19 मई 2016 को नगर थाने में दर्ज हुई थी गबन की प्राथमिकी
वर्तमान में समस्तीपुर में पदस्थापित है भवन निर्माण विभाग के आरोपित कार्यपालक अभियंता
बेगूसराय एसपी ने अपनी पर्यवेक्षण रिपोर्ट में घटना को सत्य पाते हुए आरोपित को गिरफ्तार करने का दिया निर्देश
निविदा आमंत्रण के नियमों की अनदेखी कर बेगूसराय में करोड़ों रुपये की हुई थी हेराफेरी