समस्तीपुर : तीन दिन पूर्व समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के धर्मपुर न्यू कॉलोनी के पास किसी ट्रेन से फेंकी गयी किशोरी का बुधवार को तीसरे दिन भी बयान नहीं हो सका. जीआरपी के अनुसार, किशोरी पटना के एक निजी नर्सिंग होम के आइसीयू में जीवन और मौत से जूझ रही है. बेहोशी की स्थिति के कारण उसका बयान नहीं लिया जा सका है. जीआरपी के पदाधिकारी पटना के गांधी मैदान थाना पुलिस को बयान के लिए आवेदन देकर लौट आयी है.
पटना पुलिस से निवेदन किया गया है कि किशोरी के होश में आते ही किसी महिला पुलिस पदाधिकारी द्वारा उसका बयान लिया जाये, ताकि वह अपने साथ घटित घटनाओं के बारे में खुल कर पुलिस को बता सके. इससे पुलिस को दोषियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी. दूसरी ओर तीसरे दिन भी किशोरी का बयान नहीं होने से शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है. इस मामले में एक पुलिस पदाधिकारी का भी नाम आया था, संभव है इसी कारण पुलिस टाल मटोल कर रही है. लोगों का कहना है कि जब सदर अस्पताल में किशोरी स्वास्थ्य कर्मियों से बातचीत कर रही थी,
तो पटना पहुंचते ही बेहोश कैसे हो गयी. बता दें कि सोमवार शाम करीब चार बजे के आसपास समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर शहर के न्यू काॅलोनी के पास रेलवे लाइन किनारे लोगों ने खून से लथपथ किशोरी को देख नगर पुलिस को सूचना दी थी. लोगों के सहयोग से पुलिस ने किशोरी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया था.