समस्तीपुर : महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य व शैक्षणिक उत्थान के लिये कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है. शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग व समेकित बाल विकास कोषांग अलग अलग कई योजनाओं का संचालन कर रहा है. जिससे गांव घरों तक में महिलाओं व बच्चों का सर्वांगिण विकास हो सके. ऐसी ही संचालित योजनाओं पर सतत निगरानी […]
समस्तीपुर : महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य व शैक्षणिक उत्थान के लिये कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है. शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग व समेकित बाल विकास कोषांग अलग अलग कई योजनाओं का संचालन कर रहा है.
जिससे गांव घरों तक में महिलाओं व बच्चों का सर्वांगिण विकास हो सके. ऐसी ही संचालित योजनाओं पर सतत निगरानी के लिये जिला में अभिसारिता समिति का गठन किया जा रहा है.
जिला, प्रखंड व ग्राम पंचायत के तीनों स्तरों पर इस समिति का गठन होगा. जिससे जमीनी स्तर तक योजनाओं की सफलता सुनिश्चित की जा सकेगी. इस संयोजन इकाई में जीविका का भी सहयोग लिया जायेगा.
तीन स्तरों पर गठित होगी अभिसारिता समिति
अभिसारिता समिति का गठन तीन स्तरों पर किया जायेगा. इसमें जिला, प्रखंड व ग्राम पंचायत स्तरों पर यह समिति गठित होगी. बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति ने इसे गठन करने का आदेश दिया है.
प्रत्येक समिति में सात सदस्य शामिल होंगे. इसमें जिला स्तरीय समिति की अध्यक्षता जिलाधिकारी करेंगें. साथ ही इसके सदस्य के तौर पर उपविकास आयुक्त, सिविल सर्जन, समेकित बाल विकास कोषांग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला सामुदायिक संगठनकर्त्ता या जिला स्वास्थ्य समिति के डीसीएम सदस्य होंगे.
वहीं समिति का संयोजक जीविका के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को बनाया गया है. वहीं प्रखंड स्तर पर समिति के अध्यक्ष प्रखंड पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, स्वास्थ्य मिशन के बीसीएम सदस्य होंगे. वहीं जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक को संयोजक बनाया गया है.
जीविका कल्स्टर लेवल के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे. वहीं ग्राम पंचायत स्तर पर इस समिति के अध्यक्ष मुखिया होंगे. सदस्य में एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता, आशा, प्रधानाचार्य/ वरिष्ठ अध्यापक, जीविका के क्षेत्रीय समन्वयक व ग्राम संगठन सदस्य होंगे.