समस्तीपुर : कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर 30 अक्टूबर को पति पत्नी के बीच प्रेम का प्रतीक करवा चौथ पर्व मनाया जायेगा. महिलाएं दिन भर निर्जल व्रत लेकर शाम को चांद निकलने पर पूजन करेंगी.
सवा आठ बजे के बाद चंद्रमा के दर्शन हो जाएंगे. फिर अगले दिन सुबह तक अमृत योग होगा. ज्योतिषाचार्य पंडित देव झा के अनुसार सनातन धर्म में अधिकांश स्त्रियां पति की मंगल आयु एवं सुहाग की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं. यह व्रत महिलाओं को अखंड सौभाग्य देने वाला माना गया है.
महिलाएं सुबह से ही निर्जल व्रत रखकर शाम को सोलह शृंगार करती हैं. चंद्रमा का पूजन कर अखंड सुहाग की प्राप्ति को प्रार्थना करती हैं. इस बार रात 8.19 बजे चंद्रोदय होने पर महिलाएं पूजन कर व्रत खोल सकेंगी. 30 अक्टूबर को सुबह से ही दूसरे दिन सुबह साढ़े छह बजे तक अमृत योग विद्यमान रहेगा.