Advertisement
एक महिला समेत दो लोग गिरफ्तार
पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र निर्गत करनेवाला जालसाज सरायरंजन : खुद को सेंट्रल बिहार इंस्पेक्टर बता कर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले जालसाज को द्वारिकापुर के ग्रामीणों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया. सूचना पर पहुंचे बीडीओ अभिजीत चौधरी ने मामले की जांच पड़ताल के बाद इसको लेकर थाने में […]
पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र निर्गत करनेवाला जालसाज
सरायरंजन : खुद को सेंट्रल बिहार इंस्पेक्टर बता कर जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले जालसाज को द्वारिकापुर के ग्रामीणों ने दबोच कर पुलिस के हवाले कर दिया. सूचना पर पहुंचे बीडीओ अभिजीत चौधरी ने मामले की जांच पड़ताल के बाद इसको लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
इसके बाद पुलिस ने इस धंधे में लिप्त एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया है. जेल भेजे गये जालसाजों में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डढ़िया बेलार गांव निवासी स्व. अब्दुल मजीद का पुत्र मो. मजहर इमाम एवं इसी थाना क्षेत्र के विशनपुर बांदे गांव निवासी विश्वनाथ महतो की पुत्री रुबी कुमारी है.
जानकारी के अनुसार सोमवार को मजहर अपने सहयोगी रुबी के साथ द्वारिकापुर गांव पहुंच कर आशा बहू को विश्वास में लेकर आम लोगों में यह बात फैलाया कि 3 से 18 वर्ष तक के उन सभी बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र निर्गत करने का लाइसेंस उसे प्राप्त है जिनका जन्म प्रमाण पत्र किसी कारणवश अब तक नहीं बन सका है. सूचना मिलने के बाद एकत्र हुए ग्रामीणों से उसने प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पचास-पचास रुपये की मांग की.
कुछ लोगों ने रुपये देकर प्रमाण पत्र बनवाये भी लेकिन कुछ सजग ग्रामीणों को उसकी गतिविधि पर संदेह हुआ तो इसकी सूचना सरायरंजन पश्चिमी पंचायत के सचिव शिवनारायण झा को दी. इस बीच ग्रामीणों ने प्रमाण पत्र बनाने के लिए पहुंचे मजहर व रुबी को पकड़ कर थाने के हवाले कर दिया. इसके बाद पंचायत सचिव ने इसकी सूचना बीडीओ को दी.
मौके पर पहुंचे बीडीओ ने छानबीन के क्रम में पाया कि दोनों रुपये कमाई करने के उद्देश्य से ग्रामीणों में भ्रम फैला कर प्रमाण पत्र निर्गत कर रहे हैं. इसकी पुष्टि होते ही बीडीओ ने घटना क्रम से संबंधित आवेदन सरायरंजन पुलिस को दिया. इसके आलोक में थानाध्यक्ष राज किशोर कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही उसे कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को जेल भेज दिया है.
बारीकी से करनी होगी जांच
अब जब फर्जी प्रमाण पत्र निर्गत करने वाले पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं तो यह भी पता लगाने की जरूरत होगी इन दोनों ने द्वारिकापुर के अलावा और कहां कहां और कितने लोगों को अपने झांसे में लेकर प्रमाण पत्र निर्गत कर चुके हैं. क्योंकि जिन लोगों ने इनकी बातों में आकर प्रमाण पत्र बनवा लिया होगा अब वे भी कभी फंस सकते हैं. जबकि उनका इसमें कोई दोष नहीं होगा.
इसलिए पुलिस इन दोनों से गहरायी से पूछताछ कर इसकी तह में पहुंचे. ताकि जहां जहां प्रमाण पत्र बनाये गये हों उन्हें ढूंढकर सामने लाया जा सके. साथ ही आम लोगों को यह पहले ही जानकारी दी जा सके कि इन जालसाजों के द्वारा निर्गत प्रमाण पत्र उनके लिए कभी मुसीबत का सबब बन सकता है.
22 मई को आशा से किया था संपर्क
ग्रामीणों का कहना है कि जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए मजहर सबसे पहले गत 22 मई को आशा बहू से संपर्क साधा था. उस वक्त रुबी भी उसके साथ थी. लेकिन उस दिन दोनों जालसाज ने गांव के कई लोगों से संपर्क साधा था.
बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने प्रमाण पत्र बनाने के लिए उसे एडवांस के तौर पर पचास-पचास रुपये भी दिये थे. हालांकि इसका कहीं कोई लिखित प्रमाण नहीं है. इसके बाद वह मंगलवार को गांव में पहुंचा. साथ ही कुछ लोगों को प्रमाण पत्र भी निर्गत कर दिया. जिसके बाद संदेह होने पर ग्रामीणों ने उसे पकड़ कर इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी. इसके बाद दोनों जालसाज प्रशासन के हाथ चढ़ सके.
टेलरिंग को ले रुबी का हुआ मजहर से संपर्क
जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में गिरफ्तार की गयी रुबी कुमारी का कहना है कि वह तो अपने गांव में ही सिलाई कटाई कर जीवन यापन कर रही थी. इसी क्रम में कुछ दिनों पूर्व मजहर खुद को टेलर मास्टर बता कर संपर्क साधा. उसने रुबी को सिलाई की ट्रेनिंग भी दी. जब कभी मशीन खराब होता तो उसे दुरुस्त करने में भी मजहर पूरी रुचि दिखाता था.
इसी क्रम में मजहर ने एक दिन उससे और अधिक आय के लिए जन्म प्रमाण पत्र वाले धंधे में शामिल होने का ऑफर दिया. रुबी को संदेह हुआ तो उसने खुद को सीबीई का इंस्पेक्टर बता कर उसका संदेह दूर कर दिया. इसके बाद दोनों इस धंधे में शामिल होकर अच्छी आय कर रहे थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement