समस्तीपुर/पूसा : करीब 15 वर्ष पहले रामगुलाम ने बड़ी उम्मीद से अपने बेटे विजय दास की शादी राज कुमारी के साथ करायी थी. लेकिन उसे क्या पता था कि एक दिन यही दोनों उसकी मौत का कारण बनेंगे.
ग्रामीण बताते हैं कि आरंभ में तो सब कुछ ठीक ठाक रहा लेकिन बाद में जैसे जैसे उसकी उम्र ढलती गयी बहू बेटे पर जिम्मेदारी आती गयी. जिसे संभाल पाने में दोनों असमर्थ होने लगे. समय के साथ इसी बात को लेकर आये दिन झगड़ा होने लगा. इस बीच रामगुलाम ने अपने दूसरे पुत्र विनोद की शादी भी करा दी. वह फिलहाल पंजाब में मजदूरी करता है. उसकी पत्नी मुजफ्फरपुर जिला के पीयर थाना अंतर्गत पटसारा में ही रहा करती थी. ससुर की मौत की सूचना पर वह भागी भागी सोमवार को ससुराल आयी. मुखिया ई. अजित कुमार राय प्रयासरत थे कि परिवार का अमन-चैन पूर्व के भांति लौट जाय.
घटना से एक दिन पूर्व भी गणमान्य पंचों के माध्यम से पंचायत की गयी थी लेकिन विधि का विधान कुछ और ही लिखा हुआ था आस- परोस के पुरुष एवं महिलाओं ने अपना दर्द कुछ यूं बयां कर रही थी कि इस घर विगत कई वर्षो से झगड़ा-लड़ाई चल रहा था. थानाध्यक्ष शैलेश कुमार झा ने कहा कि प्रथम दृष्टया लगा कि मृतक को घर में बंद कर लाठी, डंडे एवं कुदाल से मारपीट की गयी.
इससे उसकी मौत हो गयी. मृतक के एक बांह की हड्डी भी टूट चुकी थी. फिलहाल प्राथमिकी दर्ज कर आरोपित विजय दास एवं उसकी पत्नी राजकुमारी देवी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है.