समस्तीपुर : जिला पुलिस अक्सर अपने कारनामों के कारण चर्चा में रहती है. पुलिस अधिकारी कभी निर्दोष लोगों को केस में फंसाने तो कभी केस से नाम निकालने के नाम पर उगाही करते हुए पकड़े जाते हैं. कुछ इसी तरह एक बार फिर अंगारघाट थाना पुलिस की एक कारगुजारी के कारण जिला पुलिस की कार्यशैली कटघरे में आ खड़ी हुई है.
यहां जख्मी के फर्द बयान में ही छेड़छाड़ कर दिये जाने का मामला सामने आया है. बताया जाता है कि पुलिस ने भूमि विवाद में हुई मारपीट के एक मामले में जख्मी के द्वारा अस्पताल में पुलिस के समक्ष दिये गये फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. लेकिन उसमें वादी के साथ-साथ गवाहों के हस्ताक्षर ही बदल दिये गये हैं. इसके पीछे पुलिस की मंशा क्या है यह तो जांच के बाद ही सामने आयेगा. लेकिन पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने साजिश के तहत विरोधी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया है.