समस्तीपुर : देर से पहुंचा मानसून जिले में पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. बीते 24 घंटे से रुक-रुक बारिश हो रही है. आसमान में डेरा जमाये बदाल बता रहे हैं कि अभी और बारिश होगी. इससे उमस भरी गर्मी से काफी हद तक आम लोगों को राहत मिली है. वहीं खरीफ उत्पादक किसानों की बांछे भी खिलने लगी है. हालांकि ग्रामीण इलाकों में अब तक कहीं भी जल-जमाव की स्थिति पैदा नहीं हुई है. किसानों का कहना है कि लंबे अंतराल व तीखी धूप के बाद हुई हल्की बारिश ने धूल उड़ रहे खेतों को थोड़ी राहत जरुर दी है.
भूमिगत जल स्तर काफी नीचे गिर जाने के कारण धरती की प्यास अभी मिटी नहीं है. फेल हुए चापाकल में भी इस बारिश ने लेयर को वापस लौटाने में अभी कामयाबी हासिल नहीं की है. लेकिन जो फिजा बंधी है उससे किसान मान रहे हैं कि अब उनके दिन बहुरने वाले हैं. यदि इसी तरह बारिश होती रही और बीच-बीच में बादलों ने झमझमा पानी बरसाया, तो न सिर्फ लोगों के बीच जारी पेयजल संकट दूर हो जायेगा, खरीफ फसलों की बुआई के लिए भी परिस्थितयां अनुकूल होने लगेगी.
पूसा प्रखंड के चंदौली पंचायत अंतर्गत मुजौना उतरबारी टोला के किसान ध्रुव कुमार पाठक बताते हैं कि अच्छी बारिश हुई तो धान लगाने की दिशा में विचार करेंगे. वैसे मक्का व अन्य खरीफ फसलों को बोने लायक आसमान से पानी जरुर बरस गये हैं. उधर, रिमझिम बरसात के कारण शहरी इलाकों की कई सड़कों के किनारे जमा कचरे कीचड़ में तब्दील हो गये हैं. इससे राहगीरों को भारी परेशानी हो रही है.