समस्तीपुर : सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियोजित शिक्षकों के समान काम के समान वेतन की मांग पर हाई कोर्ट के निर्णय को निरस्त करने के बाद नियोजित शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है. तमाम नियोजित शिक्षक सोशल मीडिया से लेकर विभिन्न मंचों पर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. न्यायालय के इस फैसले पर अपना विरोध जताते हुए पटोरी प्रखंड के रा. मध्य विद्यालय गोरगामा के प्रभारी प्रधानाध्यापक मनोज कुमार पांडेय ने अपने को प्रधानाध्यापक के पद से मुक्त करने के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन दिया है.
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखे पत्र में प्रभारी एचएम ने बताया है कि माननीय उच्च न्यायालय में नियोजित शिक्षकों के पक्ष को सुनने के बाद समान काम के लिए समान वेतन देने का फैसला दिया था. जिसके बाद सरकार नियोजित शिक्षकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गई. सात महीने के लंबे अंतराल के बाद 10 मई को फैसला सुनाया गया. तो नियोजित शिक्षक काफी मायूस हो गए. जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के युवा नेता सिद्धार्थ शंकर ने कहा सुप्रीम कोर्ट से ऐसी उम्मीद नहीं थी. समान काम समान वेतन मामले में सुप्रीम कोर्ट से नियोजित शिक्षकों से झटका लगने के बाद नियोजित शिक्षक भी सरकार से लड़ाई के लिए आर-पार के मूड़ में हैं.