मोहनपुर : उचित अवसर मिलते ही प्रतिभा अपना रास्ता स्वयं तलाश लेती है़ तब छोटे विरवे को बड़ा छतनार वृक्ष होने में देर नहीं लगता है़ अमरदीप के साथ ऐसा ही हुआ. गांव में प्रतिभा का अभाव नहीं होता, अवसर का अभाव होता है़ बघड़ा निवासी उमाकांत मिश्रा व मंजू देवी के पुत्र अमरदीप कुमार ने 60 किलोग्राम कैटोगरी में 9वां साउथ एशिया हकुकाई करॉटे चैंपियनशीप में भारत की ओर से सिल्वर मेडल जीतकर पोडियम पर पहुंचने में सफलता पायी.
भारत की ओर से वह जापान में आयोजित होने वाले विश्व हकुकाई करॉटे चैंपियनशीप में भागेदारी करेगा़ प्रखंड क्षेत्र में ऐसा पहली बार हुआ जब गांव में रहकर पढ़ने वाला व सुविधाओं का देश झेलने वाले किसी छात्र ने अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्द्धा में इतनी बड़ी सफलता हासिल की हो़ वर्तमान में वह स्नातक प्रथम वर्ष का छात्र होते हुए जीएमआरडी कालेज में अध्ययनरत है.
आर्थिक अभावों से जुझते हुए उसने अपनी सफलता का श्रेय पिता व माता के साथ महाविद्यालय के प्राचार्य डा़ घनश्याम राय उचित मार्गदर्शन व प्रोत्साहन को दिया़ वह भविष्य में भारत के लिए हाकुकाई करॉटे स्पर्द्धा में स्वर्ण पदक जीतने का सपना संयोजे हुए है़ आयोजक की ओर से उसे प्रशस्ति पत्र, मेडल व किट्स प्रदान किये गये.