समस्तीपुर : जिले में कार्यरत लैब टेक्नीशियन गुरुवार से हड़ताल पर चले जायेंगे़ इसकी झलक बुधवार की शाम देखने को मिली, जब ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों ने शहर की सड़कों पर मशाल जुलूस निकालकर आम लोगों को अपनी मांगों और परिस्थितियों से रूबरू कराया़ इससे प्रशासन और सरकार को भी उन्होंने […]
समस्तीपुर : जिले में कार्यरत लैब टेक्नीशियन गुरुवार से हड़ताल पर चले जायेंगे़ इसकी झलक बुधवार की शाम देखने को मिली, जब ऑल इंडिया मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों ने शहर की सड़कों पर मशाल जुलूस निकालकर आम लोगों को अपनी मांगों और परिस्थितियों से रूबरू कराया़ इससे प्रशासन और सरकार को भी उन्होंने अपनी ताकत का अहसास कराया़ टेक्नीशियनों के हड़ताल से जिला भर में पैथोलॉजी टेस्ट ठप हो जायेगा़ इसका सीधा असर लोगों की सेहत और स्वास्थ्य महकमें से जुड़े पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों पर दिखेगा़ बता दें कि हाइकोर्ट ने राज्य के सभी गैर मानक पैथोलॉजी सेंटर को अागामी नौ सितंबर तक बंद कर देने का आदेश दिया है़ इस आदेश से जहां जिले के करीब 300 टेक्नीशियनों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी. वहीं छह सितंबर से 13 सितंबर तक होने वाले इस हड़ताल के कारण मरीजों की परेशानियां भी काफी बढ़ जायेंगी़
जानकारों के अनुसार, वर्तमान में करीब साढ़े सात हजार मरीजों का प्रतिदिन पैथोलॉजिकल जांच हो रहा है़ जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन जांच घरों के बंद होने से कितनी अधिक संख्या में मरीज प्रभावित होंगे़
क्या है हाइकोर्ट का आदेश : हाइकोर्ट के आदेशानुसार ऐसे सभी सरकारी एवं गैरसरकारी पैथोलॉजी सेंटर को बंद कर देना है जहां एमडी पैथोलॉजिस्ट या पैथोलॉजी डिप्लोमाधारी नहीं है़ इसके लिए 9 सितंबर तक का जिला प्रशासन को समय दिया गया है़ आधिकारिक जानकारी के अनुसार समस्तीपुर में 58 पैथोलॉजी सेंटर का जांच किया जा चुका है जिनमें मात्र चार पैथोलॉजी सेंटर ही मानक के अनुरूप पाये गये हैं. जबकि 54 पैथोलॉजी सेंटर को गैर मानक बताया गया है़ जिन्हें नौ सितंबर तक बंद कर दिया जायेगा़ इसको लेकर स्वास्थ्य एवं जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है़
जिले में करीब तीन सौ से अधिक लैब टेक्नीशियन हो जायेंगे बेरोजगार
हाइकोर्ट के आदेश के बाद एसोसिएशन में आया उबाल, छह से 13 सितंबर तक होगी हड़ताल
जिले के सभी गैरमानक सेंटर को नौ तक बंद कर दिये जाने का जिला प्रशासन को मिला है आदेश
जगह-जगह चिकित्सा महकमे में आक्रोश, काम होगा प्रभावित
बहुत जरूरी है पैथोलॉजिकल जांच
पैथोलॉजिकल जांच चिकित्सा जगत का रीढ़ है़ बिना इसके किसी भी मरीज का सही इलाज नहीं किया जा सकता है़ खासकर मरीजों में बीमारी को कंफर्म करने में इसका अहम रोल होता है़ खासकर मरीजों का ऑपरेशन बिना पैथोलॉजिकल जांच के संभव ही नहीं है़ क्योंकि ऑपरेशन से पूर्व हेपेटाइटिस बी, एचआइवी सहित ब्लड से संबंधित बहुत तरह की जांच काफी जरूरी है़ जो पैथोलॉजिकल लैब में ही संभव है़
डॉ़ ब्रजेश कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ