रोसड़ा : स्थानीय ब्लॉक रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में छह माह के बच्चे का इलाज कराने आयी बेगूसराय जिले के वाजिदपुर छौड़ाही निवासी अरुण शाह की पत्नी ज्योति देवी ने इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो जाने पर जमकर हंगामा किया. उसके परिजनों समेत स्थानीय लोग भी क्लीनिक पर जुट गये. महिला अपने […]
रोसड़ा : स्थानीय ब्लॉक रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में छह माह के बच्चे का इलाज कराने आयी बेगूसराय जिले के वाजिदपुर छौड़ाही निवासी अरुण शाह की पत्नी ज्योति देवी ने इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो जाने पर जमकर हंगामा किया. उसके परिजनों समेत स्थानीय लोग भी क्लीनिक पर जुट गये. महिला अपने मृतक पुत्र को गोद में लिए सड़क पर बैठकर चित्कार मारने लगी. मामला बढ़ता देख क्लीनिक के डॉक्टर व कर्मी ताला लगाकर मौके से फरार हो गये.
सूचना पर पहुंची पुलिस एवं स्थानीय लोगों के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ. इस दौरान करीब एक घंटे तक क्लीनिक के निकट सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इससे आवागमन प्रभावित रहा .बताया जाता है कि ब्लॉक रोड स्थित फिजिशियन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ रमेश प्रसाद के निजी क्लीनिक पर बच्चे का उल्टी एवं दस्त होने से संबंधित इलाज कराने महिला पहुंची थी. डॉ प्रसाद के छौड़ाही पीएचसी में प्रतिनियुक्त रहने की बात बतायी जाती है.
गुरुवार की दोपहर करीब 12:00 बजे महिला ज्योति देवी अपने छह माह के पुत्र का इलाज कराने डॉ रमेश प्रसाद के क्लिनिक पहुंची थी. बच्चे को उल्टी एवं दस्त होने की शिकायत बतायी गयी. इस शिकायत पर डॉक्टर ने उसे भर्ती कर इलाज शुरू किया. बच्चे को देखने के बाद डॉक्टर ने पुर्जा लिखकर दवा देने का निर्देश कंपाउंडर को देकर वे क्लीनिक से बाहर चले गये. उसके बाद कंपाउंडर ने बच्चे को दवा का पानी चढ़ाया. इसी क्रम में कंपाउंडर द्वारा बच्चे को एक सुई लगायी गयी.
महिला इलाज के क्रम में अपने बच्चे के निकट ही बैठी थी. सुई लगाने के बाद ही बच्चे की मौत हो जाने की बात कही जा रही थी. बच्चे की मौत हो जाने पर कंपाउंडर ने बच्चे के साथ महिला को क्लीनिक से बाहर निकाल दिया. घटनास्थल पहुंचे एएसआइ अरुण पटेल एवं स्थानीय लोगों ने समझाबुझाकर बच्चे की मां एवं परिजनों को शांत कराया.