समस्तीपुर : जिले में कड़कड़ाती सर्दी का कहर आम लोगों पर जारी रहेगा. जिससे आम लोग कंपकपांते रहेंगे. ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र पूसा व भारत मौसम विज्ञान केंंद्र के छह से 10 जनवरी तक मौसम पूर्वानुमान में इस दौरान तापमान में भारी गिरावट दर्ज होने के संकेत दिया है. अगले दो से तीन दिनों […]
समस्तीपुर : जिले में कड़कड़ाती सर्दी का कहर आम लोगों पर जारी रहेगा. जिससे आम लोग कंपकपांते रहेंगे. ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र पूसा व भारत मौसम विज्ञान केंंद्र के छह से 10 जनवरी तक मौसम पूर्वानुमान में इस दौरान तापमान में भारी गिरावट दर्ज होने के संकेत दिया है. अगले दो से तीन दिनों तक दिन में तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है. जिससे शीतलहर का प्रकोप से आम लोग अपने घरों में दुबकने को विवश रहेंगे. सुबह में मध्यम से घना कुहासा छाया रहेगा.
दिन में अधिकतम तापमान 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकती है. शीतलहर के साथ साथ पछिया हवा भी इस ठंड को बढायेगी. औसतन पांच से सात किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा बहेगी. तापमान में गिरावट के कारण आर्द्रता 90 से 95 फीसदी तक रह सकती है.
पाला गिरने से बचाव के लिये बनाये रखें नमी: आलू व टमाटर की फसलों पर पाला का असर होगा. झुलसा रोग से बचाव के लिये किसानों को खेतों में समुचित नमी बनाये रखने का सुझाव दिया गया है. इसके अलावा आम और लीची के बाग में सिंचाई तथा कर्षण क्रिया नहीं करे. ऐसा करने से पेड़ों में पुष्पण की क्रिया प्रभावित होगी.
फूलाेंवाली फसलों में नमी बनाये रखें तथा रीडोमिल नामक दवा का 1़5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर 10-15 दिनों के अन्तराल पर छिड़काव करने से पौधों को पाले के प्रकोप से बचाया जा सकता है. झुलसा रोग का प्रकोप फसल में दिखने पर इसके बचाव के लिए डायथेन एम0-45, 1़5 ग्राम या रिडोमिल नामक दवा का 1़5 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बना कर छिड़काव करें. आवश्यकतानुसार 10-15 दिनों के अंत्तराल में सिंचाई करें.